Agra News: Protest at toll plaza for taking out free car, Agra-Lucknow expressway jammed for three hours…#agranews
आगरालीक्स…आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा पर तीन घंटे जाम में लोग परेशान रहे. मालूम है क्यों-क्योंकि यहां एक संगठन के पदाधिकारी को अपनी गाड़ी फ्री निकलवानी थी.
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के एक टोल प्लाजा पर आज लोगों को तीन घंटे तक जाम के कारण परेशान होना पड़ा. उमसभरी गर्मी के कारण लोग जाम के कारण लगी लंबी-लंबी लाइन में घंटों जूझते रहे. टोल प्लाजा पर इसका कारण एक संगठन का पदाधिकारी था जिसे अपनी गाड़ी यहां फ्री निकलवाली थी लेकिन टोल कर्मियों ने गाड़ी फ्री निकालने से मना कर दिया. इस पर संगठन के कार्यकर्ता यहां पहुंच गए और धरने पर बैठ गए. तीन घंटे तक लोग इसके कारण परेशान रहे.
शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे का मामला
मामला शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे का है. भाकियू के जिला उपाध्यक्ष विनोद कुशवाह आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के किलोमीटर 21 पर स्थित टोल प्लाजा पर पहुंचे. यहां टोल कम्रचारी ने टोल मांगा, जिस पर किसान नेता ने अपना परिचय देते हुए फ्री गाड़ी को पास कराने के लिए कहा. टोल प्लाजा कर्मचारी ने इससे मना कर दिया जिस पर भाकियू जिला उपाध्यक्ष को यह नागवार पहुंचा और अपने उच्चपदाधिकारियों को मोबाइल से यहां जानकारी देते हुए तुरंत टोल प्लाजा पर आने को कहा.
धरने पर बैठे पदाधिकारी और कार्यकर्ता
जानकारी मिलते ही ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष स्वरूप चंसौरिया, मंडल अध्यक्ष राजकुमार तोमर, प्रदेश उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष दीपक तोमर, जिलाध्यक्ष फिरोजाबाद मोहित यादव समेत भाकियू नेता और कार्यकर्ता यहां पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए सुबह करीब 11 बजकर 50 मिनट पर धरने पर बैठ गए और इसके कारण यहां लंबा जाम लग गया.
पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचे
टोल प्लाजा पर जाम की सूचना पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन, एसपी देहात, उपजिलाधिकारी जेपी पांडेय, तहसीलदार मनोज कुमार, प्रभारी निरीक्षक फतेहाबाद आलोक कुमार सिंह, थानाध्यक्ष डौकी, थानाध्यक्ष निबोहरा पुलिस बल के साथ यूपीडा के ुख्य सुरक्षा अधिकारी आरएन सिंह, सुरक्षा अधिकारी सहकार ग्लोबल लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर केपी सिंह पहुंचे गए. अधिकारियों ने धरना दे रहे किसान नेताओं से बात की तो उनहोंने मांग की कि भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की भांति मंडल स्तर पर गाड़ियों को फ्री निकाला जाए. इसके साथ ही मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के द्वारा जिस गाड़ी का नंबर मैसेज किया जाए उसे फ्री में पास किया जाए. इस पर अधिकारियों का कहना था कि यह अधिकार हमें नहीं है, यह अधिकार लखनऊ में यूपीडा के उच्चपदाधिकारियों के पास है.
तीन घंटे तक जाम में फंसे लोग
खैर, मामला किसी तरह निपटा लिया गया लेकिन इसके कारण सबसे अधिक परेशानी उन यात्रियों को हुई जो कि इस टोल प्लाजा से जल्द से जल्द निकलना चाह रहे थे लेकिन यहां उन्हें तीन घंटे तक फंसा रहना पड़ा. उमसभरी गर्मी में टोल प्लाजा की पांच लाइनें बद रहने के कारण एक्सप्रेस वे पर लंबी लाइन लग गई.