आगरालीक्स (21st October 2021 Agra News)… आगरा में बैनारा उद्योग की फैक्ट्री में मॉनिटर लिज़र्ड निकलने से कर्मचारियों में हड़कंप. शास्त्रीपुरम में केमिकल फैक्ट्री में पांच फुट लंबा सांप. जानिए क्या है मॉनिटर लिज़र्ड.
सुबह मिली सूचना
बैनारा उद्योग लिमिटेड की अरतौनी स्थित इंजन बेयरिंग और पिस्टन बनाने की फैक्ट्री है। रोज की तरफ कर्मचारी गुरुवार सुबह फैक्ट्री पहुंचे तो उन्हें परिसर के अंदर एक मॉनिटर लिज़र्ड दिखाई दी। करीब चार फुट लंबी मॉनिटर लिजर्ड को बगीचे में घूमते देखा गया। जैसे ही गोह पर सुरक्षाकर्मियों की नज़र पड़ी, उन्होंने तुरंत वाइल्डलाइफ एसओएस के हेल्पलाइन (+91-9917109666) पर सूचना दी। इसके बाद दो सदस्यीय टीम को स्थान पर भेजा गया।
सुरक्षित रूप से किया रेस्क्यू
इसके बाद कुछ ही देर में टीम पहुंच गई। टीम को सबसे पहले मॉनिटर लिजर्ड की तलाश करनी थी। गोह को सुरक्षित रूप से टीम ने रेस्क्यू किया, जिसके कुछ घंटे बाद उसे वापस उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया।
केमिकल फैक्ट्री के स्टोर रूम में सांप
इसके बाद वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने पीपी नगर, सिकंदरा के एक घर से वुल्फ स्नेक और आगरा के शास्त्रीपुरम में एक केमिकल फैक्ट्री के एक स्टोर रूम से पांच फुट लंबे रैट स्नेक को भी बचाया। बाद में दोनों साँपों को वापस जंगल में छोड़ दिया गया।
कर्मचारियों ने दिखाई समझदारी
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “हम फैक्ट्री के कर्मचारियों के आभारी हैं, जिन्होंने समझदारी दिखाते हुए हमें सूचना दी। वाइल्डलाइफ एसओएस को अक्सर मॉनिटर लिजर्ड के बारे में कॉल प्राप्त होती हैं, जो विभिन्न शहरी क्षेत्रों में – लोगों के घरों से लेकर स्कूल तक में आ जाती हैं। हमारी टीम संकट में फंसे वन्यजीवों को बचाने के लिए दिन रात काम करती है और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करती है।”
विषैली नहीं होती मॉनिटर लिजर्ड
वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज एम.वी ने कहा, बारिश के कारण कई सांप प्रजातियां भटक जाती हैं और दूसरी जगह आश्रय लेने के लिए मजबूर हो जाती हैं। मॉनिटर लिज़र्ड विषैली नहीं होती, लेकिन उकसाने या डराए जाने पर अपने मजबूत पंजों से काट भी सकती हैं। इसलिए, हमारी टीम को बचाव अभियान चलाते समय सतर्क रहना पड़ा।
ये होती है खासियत
कॉमन मॉनिटर लिज़र्ड या बंगाल मॉनिटर लिज़र्ड आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है। वे झाड़ियों, पार्कों, जंगलों में निवास करते हैं और मुख्य रूप से छोटे स्तनधारियों, पक्षियों, कृन्तकों, कीड़ों आदि को खाते हैं।