आगरालीक्स…आगरा में होली के अवसर पर निकलेगी श्रीश्याम फाल्गुन शोभायात्रा..दस दिन तक फाल्गुन महोत्सव मनाएंगे श्याम भक्त..अबीर—गुलाल संग होगी इत्र पुष्पों की वर्षा
दिव्यता और भव्यता की पूर्णता लिए अबीर− गुलाल और इत्र− पुष्प की वर्षा से सराबोर होकर निकलेगी श्रीश्याम फाल्गुन शाेभायात्रा और इसी के साथ आगाज हो जाएगा श्याम भक्तों के लिए दस दिनी फाल्गुन महोत्सव का। पांच मार्च से श्रीखाटू श्याम जी मंदिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित होने जा रहे श्रीश्याम फाल्गुन महोत्सव के अंतर्गत भव्य शाेभायात्रा के आमंत्रण पत्र का विमोचन गुरुवार को कमला नगर स्थित शुभ मंगल बैंकट हॉल में किया गया। साथ ही विभिन्न समितियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
शाेभायात्रा संयोजक अजय गर्ग ने बताया कि श्याम प्रेमियों के लिए फाल्गुन का अर्थ है भक्ति के रंगों से सराबोर होना और इसी रंग में हर भक्त को रंग देना। आस्था के रंग, अबीर की तरंग और श्याम बाबा की भक्ति की उमंग से श्रंगारित होकर पांच मार्च को श्रीश्याम फाल्गुन महोत्सव के अंतर्गत भव्य शाेभायात्रा श्रीमनः कामेश्वर मंदिर, रावत पाड़ा, जौहरी बाजार, सुभाष बाजार, दरेसी, मोतीगंज, कचहरी घाट, बेलन गंज, जीवनी मंडी स्थित श्रीखाटू श्याम जी मंदिर तक निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष शाेभायात्रा में श्रीरामलीला कमेटी, मंगलमय परिवार, श्रीगिरिराज जी सेवा मंडल परिवार, श्रीगिरिराज जी सेवक मंडल परिवार एवं श्री केसरी नंदन महोत्सव समिति भी अपने डाेले के साथ शाेभयात्रा में सहभागिता करेंगी। साथ ही शहरभर की सभी श्याम भक्तों की संस्थाएं सहयोग करेंगी।
श्रीखाटू श्याम जी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि मंदिर की स्थापना दिवस फाल्गुन छठ पर हर वर्ष भव्य शाेभायात्रा का आयोजन किया जाता है। इस दिन से ही मंदिर में फाल्गुन महोत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस वर्ष ये महोत्सव पांच से 14 मार्च तक चलेगा। दस दिनों तक लगातार मंदिर में विभिन्न प्रकार की होली का आनंद भक्त उठा सकेंगे। इत्र, पुष्प, चंदन, टॉफी, गुलाल, पुष्प, मेहंदी आदि की होली इन दिनों में प्रतिदिन होगी और भजन संध्या सजेगी। व्यवस्थाएं श्रीश्याम सेवक परिवार समिति, सुधीर बैंड, दिव्या रिसोर्ट संभालेगी।
ये होगी शाेभायात्रा की विशेषता
दोपहर 11 बजे शाेभायात्रा का शुभारंभ होगा। शाेभायात्रा में ढाेल नगाड़े, भव्य झांकियां, कलश एवं निशान यात्रा, इत्र वर्षा, भाेग प्रसादी, भजन रथ, बाबा का आलौकिक श्रंगार, नासिक और पुणे का बैंड, भस्म आरती, काली का अखाड़ा सहित 24 झांकियां विशेष आकर्षण होंगी। 12 डाेले निकलेंगे। पीत परिधान ड्रेस कोड रहेगा। शाेभायात्रा का समापन मंदिर में गंगा आरती की तर्ज पर महाआरती के साथ होगा। मंदिर में खाटू नरेश का मेवा श्रंगार, पोशाक एवं छप्पन भाेग दर्शन का लाभ भक्त उठा सकेंगे। शाेभायात्रा के समापन पर 15 हजार से अधिक लोगों की प्रसादी व्यवस्था रहेगी। 51 से अधिक द्वाराें के मध्य से होकर शाेभायात्रा निकलेगी और असंख्य स्थानों पर स्वागत होगा।