आगरालीक्स…बल्केश्वर की सड़कों पर आज मां आदिशक्ति की भक्ति के फूल बरसे. भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् देवी भागवत अमृत कथा शुरू
बल्केश्वर की सड़कों पर आज माँ आदिशक्ति की भक्ति के फूल बरसे। जयघोष हुए और श्रीमद् देवी भागवत अमृत कथा में शामिल होने का आहृवान श्रद्धालुओं से किया गया। कैला देवी मंदिर, पार्वती घाट से शुरू हुई कलश यात्रा महालक्ष्मी मंदिर बल्केश्वर पहुंची, जहां सायंकाल श्रीमद् देवी भागवत का महात्म्य बताया गया।
बैंड बाजों से साथ कैला देवी मंदिर से कलश यात्रा का शुभारंभ हुआ। इसमें सैकड़ों महिलाएं पीत वस्त्र पहने, चुनरी ओढ़े कलश सिर पर रख कर चल रही थीं साथ ही कलश यात्रा मार्ग को झाड़ू से सफाई करते हुए गंगा जल से शुद्दीकरण किया गया। भक्ति की धुन पर श्रद्धालु थिरक रहे थे। पुरुष भी शामिल थे, जो जयघोष करते हुए चल रहे थे। बग्घी में बाल योगी पचौरी जी महाराज विराजमान थे।
शाम को कथा का शुभारंभ हुआ। जिसमें बालयोगी पचौरी जी महाराज ने श्रीमद् देवी भागवत का महात्म्य बताया। कहा कि श्रीमद् देवी भागवत कथा ही श्रेष्ठ व्यक्तित्व के निर्माण का मार्ग है, जो भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की त्रिवेणी है। कलयुग में इसके श्रवण मात्र ही पापों का क्षय होता है, भारतवर्ष में नवरात्रों का पर्व समाज में व्याप्त नकारात्मक शक्तियों पर माँ शक्ति की विजय का पर्व है। हम बड़ी श्रद्धा से माँ शक्ति के नौ दिव्य रूपों का पूजन करते हैं, लेकिन कभी भी इन दिव्य रूपों में निहित माँ के दिव्य संदेशों को जानने का प्रयास नहीं कर पाते है।
समाज को इस तथ्य से परिचित करवाने हेतु श्री महालक्ष्मी जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में 16 दिवसीय अनुष्ठान श्री बालयोगी पचौरी जी महाराज के मार्गदर्शन में, इस समृद्ध ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए पूर्णरूपेण प्रयासरत है। श्रीमद्देवी भागवत कथा का उद्देश्य- प्राचीन काल से सभ्यताओं के प्रेरणा स्रोत की दिव्यता व माँ शक्ति की महिमा से जन-जन को परिचित करवाना है। यह तथ्य प्रमाणित है कि इस ब्रह्माण्ड के प्रत्येक कण में शक्ति, ऊर्जा विद्यमान है। वास्तव में वही दिव्य ऊर्जा, ब्रह्मांड का सार है व सभी प्रक्रियाओं में निहित प्रकाश भी है।