आगरालीक्स …आगरा में झुग्गी झोपड़ियों में मिले विदेशी नस्ल के कुत्ते, कारण चौंकाने वाला। कुत्ता ले जाने पर जमकर विवाद।
आगरा में पशु क्रूरता के खिलाफ कैस्पर्स हो संस्था काम कर रही है। संस्था के पास शिकायत आई कि सुल्तानगंज की पुलिया पर स्थित स्टॉल पर एक विदेशी नस्ल, लेब्राडोर मेल कुत्ते को जंजीर से बांध कर रखा जाता है। स्टॉल बंद होने के बाद भी कुत्ता वहीं बंधा रहता है। इस पर कैस्पर्स होम संस्था के पदाधिकारी स्टॉल पर पहुंचे, संस्था की संचालिका विनीता अरोड़ा का कहना है कि स्टॉल संचालक से कुत्ता गोद देने के लिए फार्म भरवाने लगे जिससे कुत्ते की देखरेख अच्छी तरह से हो सके, इस पर स्टॉल संचालक ने विरोध कर दिया। इसे लेकर काफी देर तक विवाद हुआ। इससे पहले भी शिकायत मिली थी तब स्टॉल संचालक से कह दिया था कि कुत्ते को बांध कर ना रखा जाए। स्टॉल संचालक अमित कुशवाह का कहना है कि चार महीने पहले रिश्तेदार ने कुत्ता दिया था, दुकान के बाहर ही सड़क है कुत्ता सड़क पर ना चला जाए और एक्सीडेंट न हो जाए इसके लिए बांध कर रखा जाता है। कुत्ते के वैक्सीन भी लग चुकी है इसका भी कार्ड है, कुत्ते की देखरेख भी अच्छी तरह से की जा रही है इसके बाद भी कुत्ते को जबरदस्ती छीन लिया।
झुग्गी झोपड़ियों में मिले दो लेब्राडोर
संस्था द्वारा स्टॉल से कुत्ता रेस्क्यू किया जा रहा था उसी समय उन्हें सूचना मिली की पास की झुग्गी झोपड़ियों में भी विदेशी नस्ल के कुत्ते हैं। वे झुग्गी झोपड़ियों में पहुंचे। यहां दो फीमेल लेब्राडोर मिले, इन्हें भी चेन से बांध कर रखा गया था, इन दोनों को संस्था अपने साथ ले गई।
ये हो सकता है कारण
झुग्गी झोपड़ियों में लेब्राडोर को बांध कर रखने के पीछे आशंका है कि ब्रीडिंग का धंधा चलाया जा रहा है। विदेश नस्ल की फीमेल लेकर आते हैं, इनके पिल्लों को बाजार में बेच दिया जाता है। विदेशी नस्ल के पिल्लों की मांग अधिक है और पैसे भी अच्छे मिलते हैं। इस दिशा में भी जांच कराई जा रही है।