आगरालीक्स…आगरा के संजय प्लेस स्थित अटलांटिक बेकरी में चोरी मैनेजर ने की थी. 20 साल से कर रहा था काम…दुकान की खिड़की का शीशा तोड़कर चोरी किया था लाखों का कैश
आगरा के संजय प्लेस स्थित अटलांटिक बेकरी में चोरी मैनेजर ने अपने रिश्तेदार के साथ की थी. पुलिस ने चोरी के 48 घंटे बाद ही इस वारदात का खुलासा किया और मैनेजर और उसके रिश्तेदार को अरेस्ट किया है. पुलिस ने इनके पास से 2.48 लाख कैश, ज्वैलरी, विदेशी करेंसी और स्कूटी सहित अन्य सामान बरामद किया है. चोरी करने वाला मैनेजर बेकरी मालिक के पास 20 साल से काम कर रहा था. पुलिस दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
10 मार्च को मिली थी चोरी की सूचना
संजय प्लेस में अटलांटिक बेकरी है. इसके मालिक ने पुलिस को 10 मार्च को सूचना दी कि वह किसी काम से बाहर गया हुआ था और चार दिन से दुकान पर नहीं था. 10 मार्च को सुबह जब वह अपनी दुकान पर आया तो दुकान की खिड़की का शीशा टूटा हुआ था. दुकान से कैश, मोबाइल, कागजात और आभूषण चोरी हुए थे. तहरीर के आधार पर पुलिस इसकी जांच कर रही थी.
पालीवाल वार्क से पकड़े चोरी
थाना हरीपर्वत पुलिस टीम चेकिंग पर थी, इसी दौरान मुखबिर द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर पालीवाल पार्क के पास से 02 अभियुक्तों बिल्ला उर्फ विनोद पुत्र कैलाश निवासी मीरपुर थाना पिसावा अलीगढ़ व सुनील पुत्र दिनेश निवासी गिहार बस्ती थाना हरीपर्वत आगरा को गिरफ्तार किया गया. अभियुक्तों के कब्जे से रु0-2,48,940/-, 01 अंगूठी, 01 कड़ा, विदेशी मुद्रा, हथौड़ा, प्लास, 04 घड़ी, 01 मोबाइल फोन व 01 स्कूटी बिना नम्बर की बरामद हुई. इन्होंने बेकरी में चोरी की वारदात को कबूला. पुलिस टीम द्वारा चोरी की घटना का 48 घण्टे के अन्दर सफल अनावरण किया गया.
20 साल से कर रहा था काम
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ करने पर अभियुक्तों द्वारा बाताया गया कि दोनों अभियुक्त आपस में रिश्तेदार है, अभियुक्त बिल्ला ने बताया कि वह अटलांटिक फूड के मालिक की वजीरपुरा स्थित अपोलो बेकरी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है, वह पिछले 20 वर्षों से उनके साथ काम कर रहा है, उक्त बेकरी का दिन भर का कलेक्शन उसको अभियुक्त मेन बेकरी संजय पैलेस पर जमा करने जाता था, बेकरी के मालिक 08 तारीख को किसी काम से बाहर गये थे जिस कारण से दोनों बेकरी का कलेक्शन बैंक में जमा नहीं हो पाया था. अभियुक्त ने इस बात का फायदा उठाकर अपने साले सुनील को दुकान में चोरी करने के लिए बताया और समझाया कि दुकान यदि इस समय चोरी की जाये तो दुकान में काफी माल मिल सकता. इसके लिए अभियुक्त ने अपने साले से दुकान की रेकी करायी और फिर हम दोनों ने पूर्व योजना के तहत 9 मार्च की रात को दोस्त की स्कूटी माँग ली जिसके बाद दोनों अभियुक्तों से दुकान से चोरी करने के बाद सामान लेकर मौके से भाग गये.