आगरालीक्स…आगरा में इन छह लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? अपने घर के लिए ये सभी कितने अहम थे, जानकर आपकी भी आंखें हो जाएंगी नम…
आगरा में गुरुद्वारा गुरु का ताल पर शनिवार दोपहर तीन बजे हुए वीभत्स एक्सीडेंट में एक बच्चे सहित छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के बाद कोई आटो चालकों को इसका दोषी मान रहा है तो कोई यातायात पुलिस को. कोई प्रशासन को दोषी कह रहा है तो कोई एनएचएआई को…लेकिन इन छह लोगों की दर्दनाक मौत से इनके परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. हादसे के बाद पहले जैसी व्यवस्थाएं तो पटरी पर लौट आएगी लेकिन जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों की स्थिति लंबे समय तक दर्दभरी रह सकती है..
8 साल का अथर्व दादी के साथ आ रहा था घर
बोदला आवास विकास सेक्टर 5 में रहने वाले योगेंद्र शर्मा महिंद्रा फाइनेंस कंपनी में कार्यरत हैं. उनका 8 साल का बेटा अथर्व ट्रांस यमुना स्थित ब्रिज पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 का छात्र था. पिता योगेंद्र ही इन्हें हर दिन स्कूल छोड़ने जाते थे और लेने भी. शनिवार को वह अपनी बाइक से अथर्व को स्कूल छोड़कर आए थे. लेकिन किसी काम की वजह से छुट्टी के समय बेटे का लेने नहीं जा सके.ऐसे में उन्होंने अपनी मां रेखा शर्मा को बेटे को लाने के लिए भेजा. 8 साल का अथर्व अपनी दादी रेखा शर्मा के साथ आटो में सवार होकर वापस घर लौट रहा था लेकिन हादसे में दोनों की जान चली गई. अथर्व की एक साल की बहन भी है. दादी और पोते की एक साथ मौत ने परिवार को झकझोर कर रख दिया है. अथर्व की मां का हाल बेहाल है तो पिता योगेंद्र के आंसू रुक ही नहीं रहे हैं.
शिक्षिका पत्नी ने पति से कहा था गुरुद्वारे पर मिलना
बांईपुर की रहने वाली मोनिका वर्मा सेंट एंड्रूज स्कूल पीलीपोखर में आर्ट की टीचर थी, वह हर रोज स्कूल की वैन से वाटर वक्र्स तक आती थी, यहां से उनके पति रविंद्र वर्मा बाइक से घर ले जाते थे. शनिवार को कोई काम था इसलिए मोनिका ने कह दिया था कि वह आटो से गुरु द्वारा गुरु का ताल तक आ जाएंगी. रविंद्र वर्मा की मिठाई की दुकान है और उनका एक दो साल का बेटा आयुष है. रविंद्र बाइक से गुरुद्वारे पहुंच गए और पत्नी को कॉल किया तो उन्होंने कहा कि वह गुरुद्वारे पहुंचने वाली है. कुछ ही पल में गुरुद्वारे पर एक्सीडेंट होता है. हादसे के बाद लोग वीडियो बनाने लगे. रविंद्र भी बाइक से उतरकर मौके पर पहुंचे और वीडियो बनाने लगे लेकिन तभी उनकी नजर आटो में फंसी अपनी पत्नी मोनिका वर्मा पर पड़ी. इसे देखते ही रविंद्र की चीख निकल गई. वह दहाडे मार कर रोने लगा, आटो से स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल लेकर पहुंचा लेकिन तब तक मोनिका वर्मा की मौत हो चुकी थी.
बेटे ने कहा था था इस बार पक्का नंबर आएगा
हादसे में फिरोजाबाद के नारखी में रहने वाले प्रेम किशोर की भी मौत हुई है. प्रेम किशोर पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर देकर लौटा था. उसकी मौत पर परिजन पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गए. पिता संतोष ने बताया कि प्रेम किशोर उनका छोटा बेटा था. बड़ा बेटा कृषि कार्य में हाथ बंटाता है. छोटे बेटे की पढ़ाई में रुचि देखकर उसे पढ़ा रहे थे. शनिवार को बेटे से बात हुई थी. दो दिन पहले दिल्ली पुलिस कांस्टेबल का पेपर देकर आगरा लौटा था. उसने कहा था कि इस बार पक्का नंबर आएगा. वह दोस्त को नोट्स देने सिकंदरा जा रहा था. न्यू आगरा क्षेत्र की इंजीनियर्स कॉलोनी में पीजी में रहकर पढ़ाई कर रहा था. प्रेम किशोर पढ़ने में बहुत होशियार था.
तीन बेटियों और पत्नी की जिम्मेदारी थी बच्चू चौधरी पर
हादसे में आटो चालक की भी मौत हुई है. आटो चालक का नाम बच्चू चौधरी था. वह बाईंपुर के रहने वाले थे और किराये पर रहते थे. तीन बेटियों और पत्नी के भरण पोषण का भार बच्चू सिंह पर ही था. वह परिवार का एकमात्र सहारा थे. पत्नी और बेटियों पर मानो दुखों का पहाड़ टूट गया हो.
हादसे में ताजगंज के रहने वाले सुनील की भी मौत हुई है. सुनील भी अपने परिवार का सहारा थे. इनकी मौत से परिजनों का हाल बेहाल है.