आगरालीक्स…(10 July 2021 Agra News) आगरा के व्यापारी बोले—दिल्ली में सातों दिन खुल रहे बाजार तो यहां शनिवार—रविवार की बंदी क्यों. बताया—कैसे और कितना हो रहा नुकसान
कोरोना लगभग हो चुका है समाप्त
आगरा में कोरोना केस कम हो रहे हैं. ऐसे में व्यापारियों की मांग है कि सरकार जल्द ही आगरा सहित पूरे प्रदेश में शनिवार और रविवार की बंदी को खत्म करे और व्यापारियों को राहत दे. आगरा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना का कहर लगभग समाप्त हो चुका है ऐसे में प्रदेश में जब सब कुछ खुल चुका है तो फिर साप्ताहिक बंदी शनिवार रविवार क्यों हो रही है?
सरकार को राजस्व का हो रहा नुकसान
व्यापारियों का कहना है कि शनिवार और रविवार की बंदी से प्रदेश को मिलने वाला राजस्व पड़ोसी प्रदेश दिल्ली को चला जा रहा है, क्योंकि वहां कोई भी बंदी नहीं है. इसीलिए प्रदेश में बाहर से आने वाले खरीददारों व्यापारियों का रूख अब दिल्ली की और हो गया है. प्रदेश में बंदी के कारण यहां का व्यापारी भी इन दो दिन की छुट्टी में दिल्ली चला जा रहा है. वहां से माल की खरीददारी कर रहा है जिससे प्रदेश को मिलने वाले राजस्व की बहुत बड़ी हानि हो रही है.
एक दिन की हो बंदी
व्यापारियों का मानना है कि अब व्यापार को गति देने का समय है. ऐसे में सरकार पुरानी व्यवस्था यानी बाजारों में उनके ही हिसाब से एक दिन की साप्ताहिक बंदी को लागू कर दे तो आगरा के व्यापार को बड़ी राहत मिलेगी और मंदी से उबरेगा. व्यापारियों का कहना है कि लोग सबसे ज्यादा शनिवार और रविवार को ही खरीदारी करना पसंद करते हैं. ऐसे में शनिवार और रविवार को बंदी होने के कारण वे खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं. अगर सरकार शनिवार और रविवार की बंदी को खत्म कर दे तो लोगों के साथ व्यापारियों को भी राहत होगी.
मांग करने वालों में आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल, मीडिया प्रभारी जय पुरसनानी, महामंत्री कन्हैयालाल राठौर, कोषाध्यक्ष नितेश अग्रवाल आदि हैं.