#AgraMetro update: Pollution, safety and traffic are also being taken care of# agranews
आगरालीक्स…#AgraMetro को तेज गति देने के साथ ही प्रदूषण को रोकने के भी किए जा रहे प्रयास…एंटी स्मॉग गन से हो रहा छिड़काव, सुरक्षा और ट्रैफिक पर भी ध्यान…
प्रदूषण को रोकने के किए जा रहे उपाय
आगरा में इस समय मेट्रो रेल परियोजना को लेकर निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं. फतेहाबाद रोड पर इस समय तेजी से मेट्रो को लेकर काम चल रहा है. लेकिन इसके साथ ही मेट्रो परियोजना से जुड़े अधिकारियों द्वारा सुरक्षा से लेकर प्रदूषण रोकने तक के उपाय भी किए जा रहे हैं. निर्माण स्थलों के आसपास धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए एंटी स्मॉग गन के साथ ही टैंकर से भी पानी का छिड़काव करवाया जा रहा है. जिससे कि क्षेत्र के लोगों को प्रदूषण की समस्या का सामना न करना पड़े.
कॉरिडोर में ट्रैफिक मार्शल की तैनाती
ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे प्रथम कॉरिडोर में ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच प्रायोरिटी सेक्शन में 6 स्टेशनों का निर्माण किया जाना, जिसमें 3 ऐलिवेटिड व 3 भूमिगत स्टेशन हैं. मौजूदा वक्त में ऐलिवेटिड सेक्शन (ताज ईस्ट गेट- बसई- फतेहाबाद रोड मेट्रो स्टेशन) में निर्माण तेज गती से जारी है. सड़क के बीच में दोनों ओर से बेरिकेडिंग कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे ट्रैफिक व निर्माण कार्य एक दूसरे के लिए बाधा न बने. वहीं, निर्माण गतिविधियों के चलते स्थानीय लोगों, राहगीरों को ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े, इसके लिए सभी क्रॉसिंग्स पर ट्रैफिक मार्शल की तैनाती की गई है, जो पैदल राहगीरों को सड़क पार कराने के साथ ही ट्रैफिक को नियंत्रित कर जाम जैसी स्तिथि उत्पन्न नहीं होने देते और ट्रैफिक मार्शल कॉरिडोर के बीच बनी क्रासिंग पर ट्रैफिक को नियंत्रित कर वाहनों के सुगम आवागमन की व्यवस्था को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं.
मजदूरों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
बता दें कि यूपीएमआरसी द्वारा कॉरिडोर में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. कॉरिडोर में लगे बैरिकेड्स के भीतरी भाग में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा को लेकर साइन बोर्ड व पेंटिग्स बनाई गई हैं, जिसमें सुरक्षित तरीके से काम करने का जिक्र किया गया है. इसके साथ ही कॉरिडोर में काम करने वाले कर्मचारियों व मजदूरों को समय-समय पर सुरक्षित तरीके से काम करने को लेकर प्रशिक्षण भी दिया जाता है. कॉरिडोर में पीपीई किट के बिना प्रवेश पूरी तरह वर्जित है.
रोजाना टूल बॉक्स टॉक में दिए जाते हैं सुरक्षा के निर्देश
आगरा मेट्रो निर्माण कार्य से जुड़े कर्मचारियों व मजदूरों को प्रतिदिन सुबह टूल बॉक्स मीटिंग में काम के दौरान बर्ती जाने वाली सावधानियों को लेकर निर्देश दिए जाते हैं. इस मीटिंग में अधिकारियों द्वारा उस दिन के कामकाज पर चर्चा की जाती है.
27 स्टेशनों का होगा निर्माण
ताजनगरी में लगभग 30 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो प्रोजेक्ट बनना है. जिसमें 27 स्टेशन बनेंगे. 14 किमी लंबा पहला कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच का है. जिसके निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा. जिसमें 6 एलीवेटेड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के मध्य लगभग 16 किमी लंबा दूसरे कॉरिडोर है. जिस पर 14 स्टेशनों का निर्माण होगा. सभी स्टेशन ऐलीवेटेड होंगे.