आगरालीक्स …( Agra News ) .आगरा में एक युवक कट कर अलग हुए हाथ को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचा। सीटीवीएस डॉ. सुशील सिंघल ने मरीज का भरोसा कायम रखा, असंभव लग रहे कटे हुए हाथ को जोड़ दिया।
( Agra’s CTVS Dr. Sushil Singhal done successful Reimplantation of Upper Limb)
फिरोजाबाद के रहने वाले युवक का ट्रेन हादसे में दाएं हाथ का बांह से नीचे का हिस्सा कट कर अलग हो गया, उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से आगरा के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया। एसएन मेडिकल कालेज के कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर सर्जन (सीटीवीएस) डॉ. सुशील सिंघल ने हाथ को जोड़ने के लिए सर्जरी प्लान की, मरीज के परिजनों से कहना कि यह सर्जरी जितनी जल्दी हो जाए, हाथ जुड़ने की उम्मीद उतनी ही बढ़ जाती है। मरीज के परिजन तैयार हो गए। मरीज के भर्ती होने के कुछ देर बाद ही री इम्प्लांटेशन आफ अपर लिम्ब की तैयारी की गई।
पांच घंटे चली सर्जरी, पैर की नस लेकर खून का संचार
सीटीवीएस डॉ. सुशील सिंघल ने बताया कि हाथ कटने से खून की नसों के साथ ही तंत्रिका तंत्र की नसें और हड्डी अलग हो गई थी। पैर से नस ली गईं और बांह से कटे हुए हिस्से के बीच पांच नई नस बनाई गईं, इसमें खून के साथ ही तंत्रिका तंत्र की नस भी शामिल थी। हड्डी को जोड़ा गया। करीब पांच घंटे तक सर्जरी चली।
हाथ जुड़ने के बाद खून का हुआ संचार, हाथ का होने लगा मूवमेंट
सर्जरी करने के बाद अगले दिन जांच की गई तो जिस हिस्से को जोड़ा गया था उसमें खून का संचार होने लगा, मरीज के हाथ में सेंसेशन आने के साथ ही मूवमेंट भी होने लगा है। 14 दिन बाद छुटटी कर दी गई। हाथ पूरी तरह से काम करने लगेगा, इसमें अभी समय लगेगा।
हाथ कटने पर समय ना बर्बाद करें
सीटीवीएस डॉ. सुशील सिंघल ने बताया कि हाथ या शरीर का कोई भी हिस्सा दुर्घटना में कट कर अलग हो जाता है तो समय बर्बाद ना करें। अक्सर लोग दिल्ली और जयपुर जाने की सोचते हैं, इसमें समय लग जाता है और कटे हुए हिस्से को जोड़ने की संभावना कम होने लगती है। हाथ में गैंगरिन तक हो सकता है। जितनी जल्दी इलाज मिल जाए, मरीज के हाथ को बचाया जा सकता है।