आगरालीक्स…आगरा सहित 9 जिलों की टीम 8 घंटे में बंगाल टाइगर को काबू कर पाईं. वन विभाग के शूटरों ने ऐसे काबू किया बंगाल टाइगर
एटा जिले में गांव नगला समल है। गांव में रविवार की सुबह लोगों ने टाइगर यानी बाघ को देखा तो होश उड़ गए। लोगों को देख टाइगर ने हमला कर दिया, हमले में अवनीश घायल हो गया। इसके बाद टाइगर एक घर की टिन शेड पर जाकर बैठ गया। टाइगर के गांव में आने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए, वन विभाग को भी सूचना दे दी गई है। ग्रामीण टाइगर को दूर से ही देख रहे हैं, उसके पास नहीं जा रहे हैं। टाइगर हमला न कर दे, इसके लिए ग्रामीण दूर खड़े हैं और टीम के न आने तक टिन शेड पर ही टाइगर के बैठे रहने के प्रयास कर रहे हैं।
8 घंटे तक छाई रही दहशत
एटा के गांव में घुसे बंगाल टाइगर के कारण लोगों में 8 घंटे तक दहशत छाई रही. ग्रामीणों की सूचना पर एटा जिले की पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंची लेकिन टाइगर को काबू नहीं पाया जा सका.
9 जिलों की टीम ने पाया काबू
सूचना पर एटा के अलावा अरगा, मथुरा, मैनपुरी, कासगंज, अलीगढ़, हाथरस, बरेली और मेरठ की टीमें यहां पहुंची. दिन में करीब ढाई बजे वन विभाग के शूटरों ने ट्रंकुलाइजर गन से टाइगर में नशीले इंजेक्शन से शूट किए. चार शॉट दागने के बाद टाइगर बेहोश हो सका. इासके बाद वन विभाग की टीम ने उसे काबू पाया. बाघ को देखने के लिए नगला समल व आसपास के गांवों की भीड़ यहां जुटी रही. बाघ को पिंजरे में कैद करने के बाद वन विभाग की टीम उसे आफिस ले गई जहां बैटरनिटी डॉक्टरों की टीम ने उसका उपचार किया. बाघ को ड्रिप भी चढ़ाई गई. एक घंटे तक बेहोश रहने के बाद बाघ फिर से सक्रिय हो गया