आगरालीक्स..(Agra News 23rd June) आगरा के वेटेनरी डॉक्टर पर डॉगी का गलत इलाज करने का आरोप लगाते हुए सांसद मेनिका गांधी पर गाली देने और अभद्रता का आरोप, आक्रोश। तीन सदस्यीय कमेटी बनी।
आगरा के वैटनरी डॉक्टर एलएन गुप्ता के पास एक जून 2021 को ग्वालियर से एक डॉगी इलाज के लिए आया। डॉक्टर एलएन गुप्ता का कहना है कि डॉगी का यूटेरस का आपरेशन किया गया और उन्हें बताया गया कि अभी अच्छी तरह से डॉगी की केयर करनी है। छह जून को वे दोबारा डॉगी को क्लीनिक पर लाए। उसके टांके टूट गए थे, टांके दोबारा लगाए गए। लेकिन दोबारा टांके टूट गए। इसके बाद आगरा के डॉ नेहरू को दिखाया, इसके बाद वे डॉगी को इलाज कराने के लिए दिल्ली ले गए।
डॉक्टर का आरोप, सांसद मेनिका गांधी ने गाली दी और अभद्रता की
डॉक्टर एलएन गुप्ता का आरोप है कि 21 जून को मेरे मोबाइल पर सांसद मेनका गांधी का काॅल आया। फोन पर अभद्रता की। मेरे पेशे को गाली थी। मां बाप को भी गाली थी। उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी. डाॅग के मालिक को 70 हजार रुपए देने के लिए कहा। डॉ एलएन गुप्ता का कहना है कि मैंने वेटनरी एसोसिएशन में शिकायत की है, वेटनरी एसोसिएशन पदाधिकारी जो भी बताएंगे, आगे वही किया जाएगा।
तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई
आगरा के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीएस सिंह तोमर का मीडिया से कहना है कि डीएम प्रभु नारायण सिंह के आदेश पर इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेठी बनाई है। डॉक्टर एलएन को नोटिस दिया गया है। कल बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है।
वायरल आडियो के अंश
: तुमने ये कुत्ते का टांग काट दिया था बेवजह.
डॉक्टर: नहीं मैम.
: मैंने फोटो देखे हैं. तुमने किस तरह से काटा है. (गाली देते हुए ) उसके टांके नहीं खुल रहे हैं.
डॉक्टर: मैम आपको पूरी डिटेल बता रहा. उसके (कुत्ते के) टांके बिल्कुल सही थे. फिर एक दिन के लिए (कुत्ते की केयरटेकर) अपने घर पर ले गए. उसको. हमने उनसे बोला कि आप अपने घर पर ले जा रहे हैं. लेकिन, ध्यान रखना कि ये अपने टांके खोल न ले. अगले दिन वो हमारे पास डॉग को लेकर आए. और उसके टांके खुले हुए थे.
और तुमने (गाली देते हुए) कहा कि हमारे पास दवा नहीं है, ये नहीं-वो नहीं. कहीं और से आओ. मैं तुम्हारा लाइसेंस लेकर रहूंगी. तुम बदमाश और घटिया हो. तुम्हारे पास डिग्री भी है?
इसके बाद डॉक्टर अपनी डिग्रियां गिनाने लगता है.
: ये कोई डिग्री नहीं होती. ये कुत्ता मर गया तो मैं अभी तुम्हारा लाइसेंस ले लूंगी. उस कुत्ते को लाओ और अपने पैसों से ठीक करो. तुम्हारा पूरा नाम क्या है?
: उनके 70 हजार रुपये इलाज में खर्च हुए हैं, उनके रुपये वापस कर दो, नहीं तो देख लेना, तुमारे लिए आज के बाद सर्जरी भी बंद और क्लीनिक भी बंद कराती हूं, कलक्टर से बात करती हूं।
: पूरा नाम नहीं बताते हो क्योंकि तुम कलंक हो अपने परिवार पर. (गाली)
कुछ और देर की बातचीत के बाद
“तुम्हारा बाप क्या करता है. माली है, चौकीदार है? तुम पढ़े-लिखे हो भी?” इस पर डॉक्टर कहते हैं कि उनके पिता टीचर हैं.