आगरालीक्स… आगरा के बिल्ड़रों ने एनवायरमेंट क्लीयरेन्स एक्ट में हुए सरलीकरण से राहत की सांस ली है। 14 सितम्बर 2006 के नोटीफिकेशन से क्लीयरेन्स लेने में अब तक होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी। साथ ही लखनऊ और दिल्ली तक पर्यावरण स्वीकृति के लिए बार-बार चक्कर लगाने और डवलपमेंट अथॉरटी और पर्यावरण मंत्रालय के अलग-अलग नियमों से परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। अब यह क्लीयरेन्स लोकल स्तर पर अथॉरटी से ही जारी की जा सकेगी। जिसको प्राधीकरण द्वारा एक पर्यावरण प्रकोष्ठ गठिक किया जाएगा, जो प्रोजेक्ट की स्वकृति देने के साथ उसकी शर्तों के अनुपालन होने की समय-समय पर जांच भी करेगा।
यह जानकारी वरिष्ठ एनवायरमेंट काउंसलर डॉ. यशपाल सिंह (लखनऊ) ने होटल पीएल पैसेल में आयोजित क्रेडाई (आगरा चैप्टर) की कार्यशाला में दी। उन्होंने बताया कि एडीए स्तर पर एनवायरमेंटल प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा, जिसमें तीन सदस्य होंगे। जिसमें दो पर्यावरण क्लीयरेंट का अनुभव रखने वाले बाहर के सदस्य होंगे। मुख्य अतिथि एडीए सचिव राजकुमार ने कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए कहा कि आज होने वाली कार्यशाला से बिल्डर और विकास प्राधिकरण दोनों में नियमों को लेकर तालमेल सही होगा। उन्होंने प्राधिकरण द्वारा बिल्डरों की हर समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया। एडीए के सीटीपी चीफ टाउन प्लानर ने एससी गौड़ ने कहा कि इस परिवर्तन से प्राधिकरण और बिल्डर दोनों को कम्पलीकेशन सर्टीफिकेशन सर्फिकेट तक होने वाली सभी परेशानियों से राहत मिलेगी। विकास प्राधिकरण हर सम्भव मदद बिल्डरों की करेगा। अतिथियों का स्वागत क्रेडाई चेयरमैन जेएस फौजदार, प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक सिंह, कोषाद्यक्ष छोटेलाल बंसल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन क्रेडाई अध्यक्ष भगत सिंह बघेल व संचालन क्रेडाई सचिव व पर्यावरण इं. उमेश शर्मा ने किया।
ये मिलेंगे फायदे
-50 हजार वर्ग मीटर तक के प्रोजेक्ट में जहां पहले से ही सीवर लाइन का प्रावधान है, वहां एसटीपी लगाने की आवश्यकता नहीं होगी।
-प्रोजेक्ट बदलने पर भी (यदि उससे प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़ने पर) दोबारा ईसी (एनवायरमेंट क्लीयरेन्स) की आवश्यकता नहीं होगी।
-बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में डेढ़ लाख स्क्वायर मीटर तक के प्रोजेक्ट की ईसी लोकल प्रकोष्ठ ही दिया करेगा।
– लैंड डवलपमेंट प्रोजेक्ट में ईसी की परमीशन 50 हेक्टेअर की जगह 150 हेक्टेअयर तक बढ़ गया है, जो लोकर अथॉरटी द्वारा ही दी जाएगी।
ये रहे उपस्थित
विकास प्राधिकरण के इं. बीपी सिंह, राजेश शर्मा, संजय अग्रवाल, मनीष बंसल, अखिलेश गौड़, छोटेलाल बंसल, सुशील अग्रवाल, सुशील गुप्ता, रवि शंकर अग्रवाल, शलभ शर्मा, पीके जैन, अमित अग्रवाल, विकास फौजदार, रवि शंकर, वीके गर्ग, राजीव मोहन सक्सेना, राम विनोद सिंह, अमित शुक्ला, गोविन्द प्रसाद मित्तल, निखिल अग्रवाल, रामेश्वर चंद मित्तल, शलभ यादव, पीएल शर्मा, सुमित विभव, सुशील चंद गुप्ता, विशाल सोलंकी, अजीत फौजदार, अमित अग्रवाल, अजय अग्रवाल, मुकेश शर्मा, विशाल गोयल, मुकेश जैन, किशोर गुप्ता, माधव शर्मा, राहुल शर्मा, युवराज सिंह, आकाश वर्मा।
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