कोलकातालीक्स… चक्रवाती तूफान रेमल का कहर बरपा। सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे उखड़े। दीवारें गिरी। हवाई उड़ाने और मेट्रो ट्रेन बंद। सड़कों पर पानी भरा।
script async src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>मूसलाधार बारिश से कई इलाकों को घुटनों तक पानी भरा
तूफान में कोलकाता और आसपास के कई इलाकों में भारी बर्बादी हुई है। कई इलाको में घुटने तक पानी भर गया है। रेलवे की पटरी पर पेड़ गिरने के कारण सियालदह दक्षिण शाखा में लोकल ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई है। तूफान का असर मेट्रो सेवाओं पर भी पड़ा है। दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
script async src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>110 से 120 किमी की रफ्तार से चलीं हवा
तूफान ने प्रचंड रूप अख्तियार कर रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर दस्तक दी। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि रेमल के तटों पर पहुंचने पर 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
तूफान ने बांग्लादेश के तटों को पार किया
script async src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और कोलकाता एवं आसपास के क्षेत्रों में तेज हवाएं चलीं और रुक-रुक कर बारिश भी हुई। रेमल ने पश्चिम बंगाल और खेपुपारा बांग्लादेश के बीच तटों को पार किया।