आगरालीक्स …आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और शिक्षक भ्रष्टाचार में फंसे, विजिलेंस की जांच पूरी, चार्जशीट दाखिल करने के लिए मांगी गई अनुमति।
विश्वविद्यालय में वर्ष 2012 में परीक्षा कार्य करने के लिए एजेंसी नियुक्त करने के लिए नौ कंपनियों ने निविदा में हिस्सा लिया।
माइंडलाजिक्स इन्फ्राटेक बैंगलूरू को 48 रुपये प्रति छात्र परीक्षा कार्य करने के लिए काम दे दिया गया। जबकि 14 रुपये में भी कंपनी काम करने के लिए तैयार थी। इसके साथ ही बाजार रेट से अधिक दर पर कूलर, कुर्सी रखीदने, कंप्यूटर आपरेटर सहित अन्य पदों पर वित्त समिति से अनुमति लिए बिना कर्मचारी रखने की छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने कुलाधिपति कार्यालय और विजिलेंस में शिकायत की थी। इस मामले में विजिलेंस ने खुली जांच की, इसके बाद 2018 में विश्वविद्यालय के दो कुलपति सहित 19 के खिलाफ थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया। विजिलेंस ने जांच पूरी करने के बाद चार्जशीट दाखिल करने के लिए शासन से अनुमति मांगी।विश्वविद्यालय ने डीन रिसर्च प्रो बीपी सिंह के साथ ही सेवानिवृत्त हो चुके डा भारती सिंह, डा नीता चौपड़ा और अनिल वर्मा के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के लिए अनुमति देने के मामले में समिति गठित की है। कुलसचिव डा राजीव कुमार ने बताया कि समिति जांच करने के बाद रिपौर्ट देगी।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
डीएन जौहर, तत्कालीन कुलपति ,मोहम्मद मुजम्मिल तत्कालीन कुलपति ,रामपटल सिंह और अमरचंद्र सिंह तत्कालीन, वित्त अधिकारी ,वीके पांडेय तत्कालीन कुलसचिव, भारती सिंह तत्कालीन निदेशक होम साइंस इंस्टीट्यूट, अनिल वर्मा इतिहास विभाग ,अनिल कुमार शुक्ला सहायक कुलसचिव परीक्षा, बीपी सिंह भौतिकी विभाग ,प्रभात रंजन उप कुलसचिव ,महेंद्र कुमार उप कुलसचिव ,बालाजी यादव कार्यवाहक वित्त अधिकारी , डा नीता चौपड़ा होम साइंस इंस्टीट्यूट ,राम सागर पांडेय वित्त अधिकारी, राघव नारायन निदेशक ,शैलेंद्र टंडन प्रोजेक्ट मैनेजर माइंडलाजिक्स इन्फ्राटेक बैंगलूरू , मीनाक्षी मोहन, बालेश त्रिपाठी,