आगरालीक्स…आगरा के गांवों में घर—घर में लोग बुखार और खांसी से परेशान. चुनाव बाद तेजी से बढ़ा कोरोना संक्रमण. कोरोना मरीजों के घर पहुंचे मंडलायुक्त और डीएम
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बीमार, नहीं करा रहे जांच
शहर में कोरोना की स्थिति थोड़ी ठीक हो रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति लगातार खराब हो रही है. डीएम द्वारा इसको लेकर लगातार निरीक्षण भी किया जा रहा है. आगरा के कई ग्रामीण इलाकों में लोग बीमार हैं. घर—घर लोग बुखार और खांसी से परेशान हैं. कोरोना महामारी को लेकर उनमें डर भी बसा हुआ है. वह जांच कराने नहीं जा रहे हैं और घर पर ही रहकर किसी तरह झोलाछाप या फिर दवाओं के सहारे इलाज करा रहे हैं. प्रशासन द्वारा लोगों से जांच कराने की अपील भी की गई है लेकिन अधिकतर ग्रामीण जांच कराने से बच रहे हैं.
आंकड़ों में देखिए हालात
आगरा के ग्रामीण इलाकों में हालत कितनी खराब है इसका अंदाजा बीते एक महीने के आंकड़े में लगाया जा सकता है. ब्लॉक बरौली अहीर में सबसे ज्यादा 85 संक्रमित मिले हैं तो वहीं बिचपुरी ब्लॉक में 57. एत्मादपुर, सैंया और जैतपुर कलां ब्लॉक में भी इस एक महीने में काफी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल इस एक महीने के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 92 कोरोना मरीज मिले थे जो कि इस साल इस एक महीने में 445 तक संख्या है.
डीएम कर रहे निरीक्षण
शनिवार को जहां डीएम ने कोरोना से सबसे प्रभावित ब्लॉक बरौली अहीर के गांवों में कोरोना को लेकर स्थिति का निरीक्षण किया और ग्राम निगरानी समितियों के कार्यों को देखा. इसके अलावा उन्होंने कोरोना से प्रभावित मरीजों के घर—घर जाकर उनसे दवाओं और उपचार से संबंधित जानकारी भी ली. रविवार को डीएम ने दूसरे सबसे प्रभावित ब्लॉक बिचपुरी के चार गांवों का निरीक्षण किया. डीएम ने इस ब्लॉक के कलवारी, मुहम्मतदपुर, लखनपुर और बिचपुरी गांव का निरीक्षण किया.
मंडलायुक्त ब्लॉक अहीर पहुंचे
इधर कोरोना संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंडलायुक्त ने भी रविवार को ब्लॉक बरौली अहीर के ग्राम बाद और ककुआ में स्थिति को देखा. उन्होंने कोरोना मरीजों के घर जाकर निगरानी समिति द्वारा दी जा रही मेडिकल किट/परामर्श/सेनिटाइजेशन/सैम्पलिंग इत्यादि कार्यो का सत्यापन किया. इस दौरान उनके साथ डीएम पीएन सिंह भी मौजूद रहे.