कुशीनगर क्षेत्र के बरवापटटी का रहने वाला रंजीत तिवारी कानपुर से इंजीनियरिंग कर रहा है। उसके गांव की ही सजातीय लडकी से प्रेमसंबंध थे, उसने शादी करने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। वह गर्भवती हो गई तो छात्र ने गर्भपात कराने के लिए कहा, लेकिन कई महीनों का गर्भधारण हो जाने पर डॉक्टरों ने गर्भपात नहीं कराया। बच्चा होने के बाद युवती ने शादी करने के लिए कहा तो उसने इन्कार कर दिया। युवती के परिजनों ने भी लोक लाज से उसका साथ छोड दिया है, लेकिन वह अपने बच्चे को पिता का नाम दिलवाने के लिए पुलिस के पास पहुंच गई है।
पंचायत में भी नहीं हुआ फैसला
गांव में पंचायत बुलाई गई, लेकिन वहां भी पफैसला नहीं हो सका, युवती को इंजीनियरिंग छात्र के पिता ने 50 हजार रुपये देने के लिए कहा, लेकिन उसने रुपये लेने से इन्कार कर दिया।
डीएनए टेस्ट से मिलेगा पिता का नाम
इस मामले में युवती अपने बच्चे का डीएनए टेस्ट कराना चाहती है, जिससे यह पता चल सके कि उसका पिता इंजीनियरिंग छात्र ही है।
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