अलीगढ़लीक्स(चमन शर्मा)… मरीज को लेकर डाॅक्टर व तीमारदारों के बीच कुछ भी घटित हो लेकिन दो बातें जग जाहिर हैं कि एक तो धरती पर भगवान के बाद कोई भगवान है तो वह है डाॅक्टर और दूसरी कोई भी डाॅक्टर अपने मरीज का दुश्मन नहीं होता, डाॅक्टर मरीज को राहत देने में जी जान लगा देता है फिर चाहे परिणाम कुछ भी क्यों न हो। जब इन्हीं धरती के भगवान को जनता गुस्से में पीटने जैसा जघन्य अपराध करती है तो डाॅक्टरों का दिल दुखना लाज़मी है। इसी तरह के मामलों से आहत होकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुख्यालय के निर्देश पर आईएमए की अलीगढ़ इकाई ने भी आज 15 जून को नेशनल डिमांड डे के रूप में मनाया और आगामी 18 जून को नेशनल प्रोटेस्ट डे के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
इसी संदर्भ में आईएमए अलीगढ़ द्वारा एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हैड क्वार्टर की कार्यकारिणी समिति ने सभी पहलुओं पर विचार करने और डॉक्टरों की चिंता, नाराजगी एवं एकजुटता प्रदर्शित करने के तहत यह विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया और श्योद्धाओं की रक्षा करोश् नारे के साथ चिकित्सा पेशे से जुड़े डॉक्टरों एवं कर्मियों पर हमले रोकने की मांग करेगा।
पत्रकार वार्ता में आईएमए के अध्यक्ष डॉ विपिन गुप्ता ने कहा कि आईएमए अपने उन सभी 724 योद्धाओं को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपनी शहादत दी है। हमारे डॉक्टर 724 योद्धाओं की जान गंवा देने के बावजूद समर्पण भाव से स्वास्थ्य सेवा देते आ रहे हैं और कई डॉक्टर संक्रमित भी हो चुके हैं।आईएमए के सचिव डॉ. भरत कुमार वाष्र्णेय ने कहा कि पिछले दो सप्ताह के अंदर असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश,कर्नाटक और कई अन्य जगहों पर डॉक्टरों पर हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कई डॉक्टरों की हड्डियां भी टूटी और कई गंभीररूप से घायल भी हुए हैं। महिला डॉक्टरों के साथ भी गाली-गलौच और हिंसक घटनाएं हुई हैं। आईएमए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
डाॅ प्रदीप बसंल ने कहा कि हम उनसे केंद्रीय अस्पताल और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सुरक्षा अधिनियम में आईपीसी की धारा और आपराधिक गतिविधि संहिता शामिल करने की अपील करते हैं। प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा के मानक बढ़ाने, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने, दोषियों के खिलाफ फास्टट्रैक अदालत में सुनवाई और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने के प्रावधान की अपील करते हैं।
डॉ अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि हिंसा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शित करने के लिए डॉक्टर काला बिल्ला, काले झंडे, काले मास्क, काली रिबन, काली शर्ट पहनकर नाराजगी प्रकट करेंगे। यह विरोध प्रदर्शन कार्यस्थलों और आईएमए बिल्डिंग और अस्पतालों में मनाया जाएगा। आमजन को कोई समस्या ना हो इसीलिए इमरजेंसी सेवाएं एवं ओपीडी सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहेंगी।
डाॅ आलोक कुलश्रेष्ठ ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के बाद सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके बाद सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया के साथ संवाददाता सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। जब तक हमारी ये सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
पत्रकार वार्ता में डॉ सुवेक वाष्र्णेय, डॉ जयंत शर्मा, डॉ विजय पाल, डॉ जॉली वाष्र्णेय, डॉ लावनीष अग्रवाल, डॉ सुरभि अग्रवाल, डॉ नेहा त्यागी सिंह, डॉक्टर निखिल शर्मा, डॉ अनूप कुमार आदि भी उपस्थित रहे।