Is Mount Everest really high?#mounteverest
आगरालीक्स…क्या दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत माउंट एवरेस्ट का कद भूकंप के चलते अब कम हो रहा है?
सुर्खियों में ऊंचाई
इन दिनों माउंट एवरेस्ट पर्वत की ऊंचाई बदलने को लेकर खबरें सुर्खियों में है. एवरेस्ट की वर्तमान ऊंचाई को लेकर चीन और नेपाल एक अभियान चलाने वाले हैं. कहा जा रहा है कि कुछ दशकों से भूकंप और अन्य प्राकृतिक कारणों से एवरेस्ट की ऊंचाई में बदलाव आ सकता है. इसलिए इसकी ऊंचाई को फिर से नापने की जरूरत महसूस की जा रही है. चीन और नेपाल मिलकर एवरेस्ट की ऊंचाई को मापने काकाम करेंगे, जिसके बाद ये घोषणा की जाएगी कि एवरेस्ट की वर्तमान ऊंचाई कितनी है. वह पहले से कितनी कम या ज्यादा हुई है.
नेपाली मीडिया में ये खबर आई थी कि चीन के गृहमंत्री नेपाल आ रहे हैं, जिसके बाद इस दिशा में दोनों देश मिलकर काम करेंगे. नेपाल सरकार का कहना है कि एवरेस्ट की ऊंचाई को इसलिए फिर से मापा जाएगा क्योंकि साल 2015 में आए भूकंप और अन्य कारणों से एवरेस्ट की ऊंचाई में बदलाव हो सकता है.
अभी क्या है एवरेस्ट की ऊंचाई
1954 में सर्वे आॅफ इंडिया ने माउंट एवरेस्ट ने माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापकर 8848 मीटर बताया था. इसके बाद 1975 में चीन के सर्वेयर ने इसकी ऊंचाई को मापकर 8848.13 मीटर बताया था. इसी साल मई महीने में चीनी सरकार ने एवरेस्ट की ऊंचाई फिर से नपवाई. तो चीन ने इसे 8844.43 मीटर आंकी, जो कि पूर्व निर्धारित ऊंचाई से चार मीटर कम है. इतना ही नहीं कि चीन ने यहां तक कहा कि नेपाल ने एवरेस्ट की ऊंचाई सही नहीं नापी है.
दोनों देश मिलकर करेंगे घोषणा
एवरेस्ट की ऊंचाई में बदलाव को लेकर चीन और नेपाल के बीच जानकारी की सटीकता में मतभेद दिखे. इस कारण दोनों ही मिलकर ऊंचाई मापकर आधिकारिक घोषणा करेंगे. एवरेस्ट एक तरफ से नेपाल और तिब्बत सीमा पर है. तिब्बत अब चीन का हिस्सा है. एवरेस्ट पर चढाई दोनों तरफ से की जा सकती है लेकिन माना जाता है कि एवरेस्ट पर चढाई करना तिब्बत की ओर से ज्यादा आसान है और वहां पर्वतारोहियो के लिए सुविधाएं भी बहुत हैं.
एवरेस्ट की ऊंचाई कम होना हैरानी की बात
एवरेस्ट की ऊंचाई कम होना हैरानी की बात भी है क्योंकि वैज्ञानिकों का मानना है कि भूगर्भीय गतिविधियों के कारण हिमालय पर दोनों तरफ से दबाव है. जिससे वह पर्वत श्रंखला ऊपर उठा रही है. भारतीय प्रायद्वीप हर साल औसतन तीन सेंटीमीटर उत्तर की ओर खिसक रहा है, जिसका दबाव हिमालय पर पडता है, जिसकी वजह से हिमालय तीव्र भूकंप संभावित इलाकों में आता है. ऐसे में एवरेस्ट की ऊंचाई का कम होना हैरान कर सकता है. इसकी वजह या तो गलत मापन या फिर किसी वजह से एवरेस्ट की चोटी के ऊपरी हिस्से का टूट जाना हो सकता है.