आगरालीक्स.. आगरा के जालमा संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर को बच्चियों से घिनौनी हरकत में अरेस्ट किया गया था, 5 महीने में कोर्ट ने दिया फैसला, कोर्ट ने डिप्टी डायरेक्टर को साक्ष्यों के अभाव में आरोपित डिप्टी डायरेक्टर विष्णुदत्त शर्मा को बरी कर दिया है।
आगरा के जालमा कुष्ठ एवं अन्य माइकोबैक्टीरियल रोग संस्थान ताजगंज में 27 अप्रैल को पुलिस ने डिप्टी डायरेक्टर विष्णुदत्त शर्मा के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज कर अरेस्ट किया था। उन पर आरोप था कि दो बच्चियों को टॉफी के बहाने घर में बुलाकर दुष्कर्म करने का आरोप था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कोर्ट के आदेश पर जिला जेल भेज दिया। इसके बाद से वे जेल में थे। मामले की सुनवाई के दौरान दोनों बच्चियां सहित सभी आठ गवाह अपने पूर्व बयानों से मुकर गए। साक्ष्य के अभाव में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट अनिल कुमार ने वैज्ञानिक को बरी करने के आदेश दिए।
आठ गवाह किए गए पेा
पुलिस ने बयानों में बच्चियों की उम्र तक न लिखी
सुनवाई के दौरान 30 अप्रैल को अदालत में इंस्पेक्टर ममता पंवार समेत आठ गवाह पेश हुए थे। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ बयान दिए। मामले के विचारण के दौरान आठों गवाह अपने दिए
ये लगाए गए थे आरोप
आगरा के जालमा कुष्ठ एवं अन्य माइकोबैक्टीरियल रोग संस्थान में डिप्टी डायरेक्टर विष्णु दत्त शर्मा परिसर स्थित डबल स्टोरी आवास में रहता है, उस ब्लॉक में चार मकान हैं। डिप्टी डायरेक्टर विष्णु दत्त शर्मा का सितंबर में रिटायरमेंट है, बेटा और बेटी की शादी हो चुकी है, बेटा अमेरिका में रहता है। संस्थान में रहनी वाली पांच और छह साल की बच्ची को वह घर पर बुला लेता था, उन्हें छत पर ले जाता था और लैपटॉप पर पोर्न दिखाता था। इसके बाद खुद नग्न होकर डॉक्टर डॉक्टर खेलने की बात कहता था, बच्चियों के साथ बेड टच और अश्लील हकरत करता था।
मां के पूछने पर खुला राज
सोमवार को बच्चियों की मां और डिप्टी डायरेक्टर की पत्नी बाहर गई हुई थी, दोनों बच्चियों को डिप्टी डायरेक्टर विष्णु दत्त शर्मा अपने साथ छत पर ले गया, पोर्न दिखाने के बाद अश्लील हरकत करने लगा। वे घर लौटी तो बच्ची नहीं थी, आवाज दी तो वह छत से उतर कर आई। मां ने पूछा छत पर क्या कर रही थी तो बच्चियों ने बताया कि बाबा ले गए थे, लैपटॉप पर गलत चीज दिखाई और अश्लील हरकत करने लगे, इसे देख वह दंग रह गईं, उन्होंने पति को बताया और पुलिस को सूचना दी। कैंपस में रह रहे बच्ची के परिजन थाना ताजगंज पहुंचे, पुलिस को साइंटिस्ट की काली करतूत बताई, इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी साइंटिस्ट विष्णुदत्त शर्मा को अरेस्ट कर लिया।