सिकंदरा स्मारक में छह अप्रैल को आवास विकास कॉलोनी निवासी 18 वर्षीय शिवानी पुत्री अन्नू नागर की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में मृतका के मौसेरे भाई प्रदीप नागर निवासी निधौली कला, एटा को नामजद किया गया था। गुरुवार को प्रदीप नागर ने पूछताछ में पुलिस को बताया वह दिल्ली में हलवाई का काम करता है। दो साल पूर्व बड़े भाई की शादी में शिवानी उसके घर एटा आयी थी। वहां उसे देखने के बाद वह उससे इकतरफा प्यार करने लगा था।
शिवानी से मिलने कई बार उसके घर भी गया मगर शादी की बात करते ही उसने इन्कार कर दिया। उसने दोनों परिवारों को इसकी जानकारी देने के साथ ही उससे बातचीत बंद कर दी थी। साथ ही अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया था। जिससे आक्रोशित प्रदीप ने उसे ठिकाने लगाने का मन बना लिया था। दिल्ली से चाकू खरीदकर छह अप्रैल को वह आगरा पहुंचा। सुबह लगभग सवा दस बजे शिवानी को फोन करके आखिरी मुलाकात के लिए सिकंदरा स्मारक बुलाया।
शिवानी के वहां पहुंचने पर वह मुख्य स्मारक में जाने के बजाए उसे गेट के बराबर बने चबूतरे पर ले गया। यहां भी उसने शिवानी के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। इन्कार पर उसने जेब में रखा चाकू निकालकर शिवानी के पेट में घोंप दिया। वह चीखने को हुई तो मुंह दबाकर गर्दन पर चाकू रख एक बार फिर शादी की पूछा। इस बार भी शिवानी ने इन्कार में सिर हिलाया तो प्रदीप बौखला गया। गुस्से में उसने शिवानी की गर्दन को काट दिया। मौत का यकीन होने के बाद वह भागकर सीधे बोदला चौराहा और वहां से बिजलीघर पहुंचा। यहां बस से निधौली कला चला गया।
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