कलाकृति के 3 लाख स्कैवर फीट एरिया में तैयार किए जा रहे आईकोग (ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलॉजी) कांफ्रेंस के लिए लगभग 200 कारीगर 15 हॉल बनाने की तैयार में जुटे हैं, जो तैयार होने के बाद किसी होटल से कम नजर नहीं आएंगे। जापान में मैन्यूफैक्चर मटीरियर से तैयर से हो रहे हॉल 150 प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवा को सहन करने के साथ वॉटर व फायर प्रूफ भी होंगे। मकर संक्राति पर आयोजित होने वाले काइट फेस्टिवल के लिए आस-पास के ग्रामीणों के खेतों को रेंट पर लिया गया है। जिससे खेती न करने पर भी किसानों को आर्थिक लाभ मिल सकेगा। कैटरिंग और फोटोग्राफी से लेकर तमाम चीजों के लिए आगरा की सुविधाएं लेने से यहां के लगभग तीन हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। आर्गनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन प्रो. नरेन्द्र मल्होत्रा ने बताया कि कांफ्रेंस में वॉलेंटियर के रूप में आगरा शहर के मैनेजमेंट कॉलेज के 300 से अधिक स्टूडेंट भी होंगे। आईकोग के इवेन्ट को-ऑर्डिनेटर राजेश सुराना के अनुसार दो साल से इस कांफ्रेंस की तैयारी चल रही है। देश विदेश के डॉक्टरों के लिए आईकोग में मीना बाजार भी सजेगा। जहां आगरा की दालमौठ-पेठा, जूते, जरी के आयटम के अलावा जयपुर की लाख ज्वैलरी व अनय प्रांतों की भी स्टॉल होंगी। यानि आईकोग मेडिकल ट्यूरिज्म के रूप में शहरवासियों के वरदान साबित हो रहा है।
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