NCB raid on JPEE medical agencies sikandara agra, medicine and record seized
आगरालीक्स…आगरा में नशीली दवाओं के काले कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों दिल्ली की टीम ने चार घंटे खंगाला गोदाम, दवाओं का जखीरा जब्त. आधा दर्जन कारोबारी निशाने पर
सिकंदरा के जेपी ड्रग्स ग्रुप आफ कंपनीज पर छापा
आगरा में नशीली दवाओं का काला कारोबार करने वाले कारोबारियों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. शहर में अभी तक कई मामले नशीले कारोबार के सामने आ चुके हैं. गुरुवार को दिल्ली की नारकोटिक्स टीम ने एक बार फिर शहर में नशीली दवाओं के काले कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली की इस टीम ने सिकंदरा के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित जेपी ड्रग्स ग्रुप आफ कंपनीज पर छापा मारा है. टीम ने कंपनी के गोदाम से दवाओं का जखीरा बरामद किया है. टीम ने यहां पर चार घंटे तक गोदाम को खंगाला और यहां से दवाओं का भंडार जब्त किया है. टीम ने यहां से मिली सभी दवाओं और सारे रिकॉर्ड को जब्त कर लिया है और इसकी जांच करेगी.
कार्रवाई पूरी होने के बाद दी पुलिस को सूचना
टीम द्वारा यहां से मिले सारे रिकॉर्ड और दवाओं को जब्त कर दवाओं की बिक्री और बिलिंग की जांच की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली की इस नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो टीम ने छापामार कार्रवाई को पूरी तरह से गोपनीय रखा और गोदाम से सारी दवाओं और रिकॉर्ड को जब्त करने के बाद ही इसकी सूचना पुलिस को दी. इधर खबर के संबंध में एसपी सिटी का मीडिया से कहना है कि टीम द्वारा चार घंटे तक छापामार कार्रवाई की गई है. इस कंपनी का मालिक विनोद अग्रवाल है. जो फिलहाल जेल में है. बताया जाता है कि सदर के नगला परसोती का रहने वाला किशोर कुमार 25 फरवरी को घर से फैक्ट्री के लिए निकला था लेकिन दो दिन बाद उसका शव मिला. किशोर के गले व हाथ पर हथियार के निशान थे. किशोर के परिजनों ने इस संबंध में फैक्ट्री मालिक विनोद अग्रवाल व कर्मचारियों योगेश, उस्मान व धर्मेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने बीती 25 मार्च को विनोद अग्रवाल को इस मामले में जेल भेज दिया था. एनसीबी ने इसके गोदाम से दवाएं और रिकॉर्ड जब्त कर लिया गया है. अगर नशीले कारोबार में इसकी भूमिका मिलती है तो विनोद अग्रवाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
नशीली दवाओं के काले कारोबार का गढ़ बनता आगरा
आगरा नशीली दवाओं के काले कारोबार का गढ़ बनता जा रहा है. यहां पर एनसीबी टीम द्वारा कई बार छापामार कार्रवाई की गई है और नशीले कारोबार को उजागर किया गया है.