आगरालीक्स ..आगरा के लिए बडी उपलब्धि है, आगरा की कंपनी को नौसेना द्वारा तैयार की गई दुनिया की पहली सस्ती और सांस लेने वाले फेब्रिक वाली पीपीई बनाने का लाइसेंस मिला है। इससे रोजगार मिलेगा और दुनिया भर में आगरा का नाम होगा।
मुंबई के इंस्टीटयूट आफ मेडिसिन की इनोवेशन सेल में तैनात नौसेना के डॉक्टरों ने सस्ती पीपीई तैयार की है, इसका पेटेंट कराया जा रहा है। बाजार में उपलब्ध पीपीई में सांस लेने में परेशानी होने के साथ ही दो से तीन घंटे तक पहनने के बाद पसीने में नहा जाते हैं, परेशानी होने लगती है। इस समस्या को देखते हुए नौसेना द्वारा सांस लेने वाले फेब्रिक से पीपीई बनाई गई है, इसे गर्मी में भी आठ से 10 घंटे तक पहन सकते हैं। इस पीपीई का बडी मात्रा में निर्माण कराया जाना है, इसके लिए नेशनल रिसर्च डेवलेपमेंट कारपोरेशन एनआरडीसी द्वारा निर्माण करने वाली कंपनियों को लाइसेंस दिए जा रहे हैं। छह कंपनियों को लाइसेंस दिए गए हैं। इसमें से एक आगरा की फ़र्म मे० इंडियन गारमेंट कंपनी है।
मुंबई में प्रशिक्षण, दुनिया भर में बिकेगी आगरा में तैयार पीपीई
फ़र्म मे० इंडियन गारमेंट कंपनी के निदेशक आर के नय्यर ने बताया कि
फ़र्म को पीपीई बनाने के लिए लाइसेंस दिया गया है, अब मुंबई में प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके बाद आगरा में नौसेना द्वारा तैयार की गई पीपीई का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस दौरान डॉ० एच पुरुषोत्तम, अध्यक्ष और एमडी ( एनआरडीस ), रियर एडमिरल जी० विश्वनाथ, (एडीजी एमएस एन भारतीय नौसेना), कर्नल अनुज गर्ग( भारतीय नौसेना), लेफ्टिनेंट कमांडर अर्नबगोश ( प्रिंसिपल इन्वेंटर ऑफ नवआरक्षक ), श्री डी.सी. जोशी, मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी एवं डॉ० संजीव के मजूमदार, प्रबंधक एक आर डी कॉर्प आदि मौजूद रहे।