आगरालीक्स…आगरा के अस्पतालों में कल से शुरू हो रही ओपीडी. गर्भवती महिलाओं के आपरेशन भी हो सकेंगे…पढ़ें पूरी खबर
शासनसे आया लैटर
कोरोना के कारण अस्पतालों में ठप हुई ओपीडी सेवा को एक बार फिर से शुरू करने की तैयारी है। अपर मुख्य सचिव का पत्र आने के बाद चार जून से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर कोविड प्रोटोकाल के तहत ओपीडी को शुरू किया जाएगा। ओपीडी शुरू करने के लिए एक दिन पहले ही तैयारी पूरी कर ली गई।
कोविड-19 की दूसरी लहर अप्रैल महीने से शुरू हुई। कोविड का ग्राफ बढ़ने के बाद शासन के निर्देश पर ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया गया था। अस्पतालों में ओपीडी बंद होने से मरीजों को काफी ज्यादा भटकना पड़ा। उस समय सिर्फ कोविड का इलाज किया जा रहा था। अब कोविड की चाल थोड़ी मंद पड़ी है। ऐसे में शासन ने फिर से ओपीडी सेवाओं को आमजन के लिए खोलने के निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव ने पत्र में बताया कि सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड प्रोटोकाल के साथ ओपीडी और आईपीडी सेवाएं चार जून से शुरू कर दी जाएंगी। इन केंद्रों में फीवर क्लीनिक अलग से शुरू की जाएगी। जिन सामुदायिक केंद्रों को कोविड अस्पतालों के रूप में चिन्हित किया। वहां नॉन कोविड के ओपीडी एवं आईपीडी सेवाएं प्रारंभ कर दी जाएगी। इन केंद्रों पर कोई मरीज भर्ती है तो उसे एल-टू में भेजा जाएगा।
महिलाओं के आपरेशन भी हो सकेंगे
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं के लिए काम भी शुरू होंगे। उनके परीक्षण के साथ ऑपरेशन और प्रसव में सीजेरियन का काम भी करने के निर्देश दिए गए। सर्जिकल ओपीडी को भी शुरू कर मरीजों के आपरेशन किए जाएंगे।
पोस्ट कोविड सेंटर बनाए जाने की तैयारी
जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड केयर सेंटर भी चलाए जाएंगे। जहां पर पहले से फिजिशियन, फिजियोथेरेपिस्ट की टीम काम करेगी। सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर सुचारू काम करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ.आर.सी. पांडेय ने बताया कि कोविड-19 के कारण पीएचसी और सीएचसी पर ओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया था। शासन के निर्देश के बाद शुक्रवार से ओपीडी सेवा शुरू होगी। इससे नॉन कोविड मरीजों के उपचार हेतु सेवाएं सुचारू हो पाएंगी।
राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के प्रभारी डॉक्टर पीके शर्मा ने बताया कि सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य इकाइयों पर ओपीडी सेवाओं को शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। जनपद की 7 शहरी इकाइयों पर गर्भवती महिलाओं के प्रसव की सुविधा उपलब्ध है।