आगरालीक्स.. आगरा में आॅपरेशन से डिलीवरी के बाद महिला की मौत में तीन डॉक्टर सहित पांच पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मौत के बाद से डॉक्टर और कर्मचारी फरार हैं, हॉस्पिटल को सील कर दिया है।
आगरा के सरस्वती नगर टूंडला निवासी प्रीति उर्फ गुडिया 28 को प्रसव पीडा होने पर मंगलवार को एंबुलेंस चालक सहारा मेडिसिटी हॉस्पिटल, प्रोफेसर कॉलोनी कमला नगर ले आया। प्रीति के पति यतेंद्र का आरोप है कि आॅपरेशन से बेटे ने जन्म लिया, इसके बाद डॉक्टरों ने प्रीति को आईसीयू में भर्ती कर दिया। किसी को मिलने नहीं दिया, शाम चार बजे दूसरे हॉस्पिटल में ले जाने के लिए कहा तब तक प्रीति की मौत हो चुकी थी। बुधवार को पोस्टमार्टम कराया गया, इसमें मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव आया है। आॅपरेशन के बाद प्रीति की ब्लीडिंग नहीं रुकी और खून निकलता रहा, इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सहारा मेडिसिटी हॉस्पिटल सील कर दिया है, इसका पंजीकरा निरस्त किया जाएगा।
तीन डॉक्टर सहित पांच पर मुकदमा
प्रसूता की मौत के मामले में सर्जन डॉ प्रशांत गुप्ता, एनेस्थीसिया के डॉ एके गुप्ता, डॉ सिन्हा के साथ ही हॉस्पिटल संचालक लकी यादव और जगदीश यादव पर 403 ए लापरवाही से मौत के आरोप में थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बोर्ड पर 20 से अधिक डॉक्टरों के नाम
पुलिस फोर्स पहुंचने के बाद परिजनों ने शव ले जाने से इन्कार कर दिया, इसके बाद सीएमओ डॉ मुकेश वत्स सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई। हॉस्पिटल संचालक और डॉक्टर न होने पर हॉस्पिटल को सील कर दिया है। यहां एक और मरीज भर्ती था, उसे दूसरे हॉस्पिटल भेज दिया गया। हॉस्पिटल के बोर्ड पर शहर के प्रतिष्ठित 20 डॉक्टरों ने नाम दर्ज हैं।
आईएमए करेगा डॉक्टरों का बहिष्कार
आईएमए अध्यक्ष डॉ रवि पचौरी का कहना है ऐसे हॉस्पिटल में जो भी डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, उनका बहिष्कार किया जाएगा। इसके लिए कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है।
