आगरालीक्स… आगरा में बारिश में डॉगी हुए हिंसक, लखनऊ में डॉगी ने मालिकिन को ही मार दिया, आगरा में डॉगी के चक्कर में गोली चल गई। जानें क्यों बदल रहा डॉगी का व्यवहार, क्या सावधानी बरतें।
बारिश में होता है डॉगी का मैटिंग सीजन
बारिश के दिनों में कुत्ते, बिल्ली औऱ बंदरों का रवैया आक्रामक हो जाता है। खासकर पालतू डॉगी इस समय ज्यादा बेचैन और परेशान होते हैं। इस बारे में पशु चिकित्सकों का कहना है कि बारिश का सीजन कुत्तों का मैटिंग सीजन होता है।
व्यवहार पर नजर नहीं रखेंगे तो होंगे आक्रामक
इसमें पालतू डॉगी के व्यवहार पर नजर रखना जरूरी होता है। डॉगी के व्यवहार की ओर ध्यान नहीं दिया जाए तो वह अपने मालिक औऱ परिवार के बच्चों पर भी आक्रामक हो जाते हैं।
बारिश में यह लक्षण नजर आएं तो बरतें सावधानी
पशु चिक्तसक बताते हैं कि बारिश के समय में डॉगी को टहलाने के लिए ले जाते समय डॉगी बेचैन होने, किसी एक स्थान पर रुककर सूंघने औऱ कुकुयाने लगता है। साथ ही किसी अन्य डॉगी को देखकर जंजीर को छुड़ाने के लिए भागता है तो समझना चाहिए उसे साथी की जरूरत है।
डॉगी के लिए यह करें उपाय
मैटिंग सीजन में कुत्ते की उम्र के हिसाब से उसे मैटिंग के लिए ले ले जाना चाहिए। अपने डॉगी से क्रास ब्रीड चाहते हैं तो पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए साथ ही ऐसा नहीं चाहने पर उसकी नसबंदी करानी चाहिए। डॉगी का समय-समय पर वैक्शीन कराना भी है जरूरी है।
लखनऊ का पिटबुल मामला भी इसी दायरे में संभव
लखनऊ में पिटबुल डॉग द्वारा अपनी मालिकन सुशीला को नोंच-नोंच कर मार डालने के मामले में भी पशु चिकित्सक इसकी जांच कर रहे हैं। इस डॉग को नगर निगम ने जब्त कर लिया है लेकिन इस मामले में भी पशु चिकित्सकों का मानना है कि वह मैटिंग सीजन के कारण ही आक्रामक हो गया होगा। हालांकि लखनऊ में उसे पकड़े जाने के बाद सबसे पहले उसकी नसबंदी कर दी गई है, जिससे उसके मूल व्यवहार के बारे में पता करना फिलहाल मुश्किल होगा।
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बंदर गीले औऱ खाने की कमी से होते है आक्रामक
आवारा कुत्तों, बंदर के बारे में पशु चिकित्सक बताते हैं कि आवारा कुत्ते तो इस सीजन में मैटिंग कर लेते हैं लेकिन बंदरों का व्यवहार पानी में गीले होने, खाने की कमी से आक्रामकता आती है।
आगरा में एक भी डॉगी का नहीं है रजिस्ट्रेशन
सीएम आदित्यनाथ योगी ने पिछले दिनों नगर निकाय़ों को भी पालतू बिल्ली-कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए थे। इस पर नगर निगम ने कुत्ते-बिल्ली के रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की सुविधा कुत्ता-बिल्ली पालने वालों के लिए की है लेकिन अभी तक एक भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है।
डॉगी के रजिस्ट्रेशन का शुल्क यह है
नगर निगम ने कुत्ते-बिल्ली पालने के लिए जो रजिस्ट्रेशन शुल्क रखा है, उसके लिए विदेशी नस्ल के कुत्ते और बिल्ली के लिए एक हजार रुपये और देसी नस्ल के लिए पांच सौ रुपये की राशि रखी गई है लेकिन इसके प्रति लोगों में जागरुकता की कमी है।