आगरालीक्स…घरों में नहीं आ रहा पानी और सडकों पर बह रहा गंगाजल. पाइपलाइन आये दिन हो रहीं लीकेज. कभी यहां तो कहीं वहां. कडाके की ठंड में भी रहती है पानी भरने की टेंशन.
एक दर्जन स्थानों पर लीकेज हैं पाइपलाइन
शहर में इस समय भी एक दर्जन से अधिक स्थान ऐसे हैं जहां पाइप लाइनों में लीकेज के कारण पानी की किल्लत बनी हुई है. खासकर उन पाइप लाइनों में लीकेज की समस्या ज्यादा पैदा हो रही है जिनके जरिए गंगाजल की आपूर्ति शुरू की गयी है. गंगाजल की आपूर्ति तेज दबाव पर की जा रही है, जिसे शहर की पुरानी और जर्जर पाइप लाइनें झेल नहीं पातीं जिससे या तो उनमें लीकेज हो जाता है या फिर अधिक दबाव से वे फट जाती हैं.
कुछ ऐसा है पाइपलाइनों का हाल
हाल ही में सदर क्षेत्र में नौलक्खा पम्पिंग स्टेशन को जीवनी मंडी स्थित वाटर वर्क्स से गंगाजल की आपूर्ति से जोड़ा गया है. शुक्रवार को जैसे ही पानी की सप्लाई शुरू की गयी तो नौलक्खा पम्पिंग स्टेशन से एमईएस की ओर जाने वाली पाइप लाइन लीक हो गयी. इसके साथ ही जीवनी मंडी क्षेत्र में चार जगह पाइप लाइन लीक हो गयी. इन लीकेज के कारण पानी की सप्लाई रोक दी गयी जिससे करीब दो लाख लोग एक बार फिर पानी के लिए परेशान हो गये। पाइप लाइन में मरम्मत के कारण दस घंटे बाद जलापूर्ति सुचारु हो सकी.
गंगाजल हो रहा बेकार
इस समय यमुना किनारे पाइप लाइन में चार जगह लीकेज हैं जिनके कारण हजारों लीटर गंगाजल बेकार बह रहा है. आवास विकास कालोनी में कई जगह लीकेज की समस्या है. इसके अलावा ट्रांसयमुना कालोनी, दयालबाग और शाहगंज में भी पाइप लाइन में लीकेज बताए गये हैं जिनके कारण पानी बर्बाद हो रहा और सर्दी में भी लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं.
जब से शहर में गंगाजल की आपूर्ति शुरू की गयी है तब से समस्या और बढ़ गयी है. गंगाजल मिलने के बाद शहर की पाइप लाइनों में पानी का दबाव बढ़ गया है.
पुरानी पाइप लाइनों में लग चुकी है जंग
पुरानी जंग खा चुकी पाइप लाइनें पानी का दबाव झेल नहीं पा रहीं है यही वजह है कि उनमें कहीं न कहीं लीकेज की शिकायतें आ रही हैं. आवास विकास कालोनी, लोहामंडी, शाहगंज, पंचकुइयां, राजा की मंडी, पुराने शहर के मोहल्लों, यमुना पार, रकाबगंज, सदर बाजार, ताजगंज क्षेत्र में वर्षों पुरानी पाइप लाइनें बिछी हुई हैं. इनमें आए दिन लीकेज होने की समस्या पैदा हो रही है. आए दिन गंगाजल सड़कों पर बेकार बह रहा है. इसके अलावा शहर की सड़कों पर चल रहे निर्माण कार्य व अन्य वजहों से भी पेयजल की सप्लाई बाधित होती रहती है.