Rajeshwar Temple Fair 2023 : Inauguration Today, Shivling change colour, route divert #agra
आगरालीक्स…. आगरा में सावन के पहले सोमवार पर श्री राजेश्वर मंदिर मेला का आज शुभारंभ होगा, इस बार आठ सोमवार हैं। 800 साल पुराने राजेश्वर मंदिर में तीन बार रंग बदलते हैं शिवलिंग, जानें
दिन में तीन बार रंग बदलते हैं राजेश्वर महादेव
आगरा के शमसाबाद रोड स्थित राजेश्वर महादेव मंदिर है. मान्यता है कि यहां विराजमान महादेव दिन में तीन बार रंग बदलते हैं. इसका इतिहास करीब 900 वर्ष पुराना बताया गया है. ऐसा कहा जाता है कि एक बार साहूकार नर्मदा नदी से शिवलिंग लेकर आ रहे थे. गांव से पहले उन्होंने रात्रि विश्राम के लिए एक जगह बेलगाड़ी रोक दी. रात्रि में सपने में भगवान ने कहा कि कि शिवलिंग को इसी स्थान पर स्थापित कर दो. लेकिन साहूकार यह नहीं चाहता था. इसलिए उसने सुबह बैलगाड़ी में रखने के लिए शिवलिंग को जमीन से उठाकर ले जाने का प्रयास किया गया, तो बैलगाड़ी आगे ही नहीं बढ़ रही थी. कई गाड़ी और दर्जनों लोगों के प्रयास के बाद भी गाड़ी का पहिया आगे नहीं बढ़ा. इसी खींचतान के दौरान शिवलिंग जमीन पर गिर गई और वहीं स्थापित हो गई. इसके बाद पांच गांव के लोगों ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया. जिसमें गांव उखर्रा, राजपुर, बाग राजपुर, चमरौली और कहरई सम्मलित हैं. मंदिर की सेवा के लिए 24 बीघा जमीन भी जमीदारों द्वारा दी गई थी.
इस बार आठ सोमवार
सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई – राजेश्वर मंदिर मेला
सावन का दूसरा सोमवार परिक्रमा 17 जुलाई – बल्केश्वर महादेव मंदिर मेला
सावन का तीसरा सोमवार 24 जुलाई – कैलाश मंदिर मेला
सावन का चौथा सोमवार 31 जुलाई – पृथ्वीनाथ मंदिर मेला
सावन का पांचवां सोमवार – सात अगस्त
सावन का छठवां सोमवार – 14 अगस्त
सावन का सातवां सोमवार – 21 अगस्त
सावन का आठवां सोमवार – 28 अगस्त
18 जुलाई से 16 अगस्त तक लगेगा अधिमास
वैदिक पांचाग के अनुसार, साल 354 दिन का होता है और हर तीन साल बाद साल में 365 दिन होते हैं। इसे अधिमास कहते हैं। इस बार अधिमास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक है। इस दौरान 24 जुलाई, 31 जुलाई, सात अगस्त और 14 अगस्त के सावन के सोमवार अधिमास में पड़ेंगे। यानी पहले दो सोमवार सात जुलाई और 14 जुलाई इसके बाद अंतिम दो सोमवार 21 अगस्त और 28 अगस्त सावन के सोमवार में हैं। इसलिए पहले दो और अंतिम दो और इन दोनों के बीच में चार अधिमास के सोमवार हैं। इसलिए आठ सोमवार हैं।