
भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर भी किए जिसमें करीब 20 लोग घायल हो गए हैं। गुरुवार को हुई इस घटना में भीड़ ने पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद दीमापुर में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। दीमापुर के कलेक्टर और एसपी को सस्पेंड कर दिया गया है। भीड़ ने जिस आरोपी की हत्या की वह असम का रहने वाला था। पुलिस ने आरोपी का नाम सैयद फरीद खान बताया है, वह पुरानी कारों का व्यापारी था। खान असम से यहां आया था और मूल रूप से बांग्लादेश का नागरिक था। आरोप है कि उसने पिछले महीने की 23 तारीख को एक नागा लड़की से कई बार रेप किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था लेकिन इस घटना के बाद दूसरे राज्यों से आए लोगों के प्रति दीमापुर के स्थानीय लोगों में बेहद गुस्सा था। दीमापुर एसपी मेरेन जमीर ने बताया कि गुरुवार को नाराज लोगों ने पहले तो एक जुलूस निकाला और उसी दौरान उन्होंने दूसरे राज्यों से आए व्यापारियों की करीब 20 दुकानों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद भीड़ नगर निगम के दफ्तर पहुंची और वहां उन्होंने मांग रखी कि दीमापुर में बिजनेस कर रहे सभी बांग्लाभाषी मुसलमानों के ट्रेड लाइसेंस रद्द किए जाएं। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इस संबंध में पूरी रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ”जरूरी निर्देश दिए जा चुके हैं, जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बल भेजे जाएंगे।”
रेप से आक्रोशित भीड़ ने दीमापुर सेंट्रल जेल पर हमला कर वहां से आरोपी को बाहर खींच लिया। उसे स्कूटर से बांधकर खींचा गया और एक चौराहे पर लाकर बुरी तरह पीटा गया। पुलिस ने आरोपी को बचाने की कोशिश जरूर की लेकिन भीड़ बहुत ज्यादा थी। जैसे-तैसे आरोपी को अस्पताल लाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूत्रों ने बताया है कि भीड़ इस आरोपी को चौराहे पर फांसी देना चाहती थी लेकिन ऐसा करने में वह विफल रही। पुलिस मामले की जांच कर रही है और उसे आशंका है कि जेल पर भीड़ के हमले के दौरान कुछ कैदी फरार भी हो गए हैं।
Leave a comment