मास्को (25अक्टूबर)…. रूस के क्रीमिया शहर में वैज्ञानिकों ने खुदाई के दौरान एक ऐसे आदमी की खोपड़ी खोजी है, जिसके दिमाग की शल्य क्रिया की गई थी। यह खोपड़ी करीब पांच हजार साल पुरानी है।
पांच साल पहले हुई थी सर्जरी
रूसी वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह ऑपरेशन सफल नहीं रहा होगा। बहुत संभावना है कि सर्जरी के दौरान ही इस व्यक्ति की मौत हो गई होगी। शोधकर्ताओं द्वारा इस खोपड़ी की 3-डी तस्वीरें ली गई हैं, जिनसे ज्ञात होता है कि कांस्ययुगीन इस व्यक्ति की उम्र बीस से तीस साल के बीच रही होगी। शोधकर्ताओं का कहना है कि उस युग में ट्रैपेनशन सर्जरी होती थी। इस तरह की सर्जरी में दिमाग में एक छेद किया जाता था।
पत्थऱ के होते थे सर्जरी उपकरण
रूसी शोधकर्ताओं का कहना है यह सर्जरी सफल नहीं रही होगी, जिसकी वजह से यह इंसान ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रहा होगा। कॉन्टेक्युअल एंथअरापोलॉजी लैबोरेटरी की प्रमुख डा. मारिया डोब्रोवोल्सकाया के मुताबिक घाव भरने के संकेत नहीं दिखाई दिए क्योंकि ट्रेपैनशन के निशान हड्डी की सतह पर साफ तौर पर दिखाई दे रहे थे। रूसी वैज्ञानिकों का कहना है कि उस जमाने में पत्थर के सर्जरी उपकरण रहे होंगे। यह खोपड़ी एक कंकाल के साथ एक गहरी कब्र से मिली है।