नईदिल्लीलीक्स… ( 30 July ) । टोक्यो ओलंपिक में भारत की बॉक्सर लवलीना अब सेमीफाइनल में हार भी जाती हैं तो भी उन्हें पदक मिलेगा लेकिन जानते हैं ऐसा क्यों संभव होगा।
पीवी सिंधु ने आज क्वाटर फाइनल में जापान की अकाने यामागूची को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री की है। वह हार जाती हैं तो उन्हें कांस्य पदक के लिए खेलना होगा।
बॉक्सिंग में तीसरे स्थान पर दोनों खिलाड़ियों को मिलता है पदक
ओलंपिक में लवलीना तीसरी पदक पाने वाली बॉक्सर बन गई हैं, उन्हें गोल्ड, सिल्वर अथवा ब्रांउज मेडल मिलेगा। ऐसा इसलिए है कि बॉक्सिंग में तीसरे स्थान के लिए मैच नहीं होता है और सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक दिया जाता है। इसी वजह से लवलीना का पदक एक तरह से मिल गया है लेकिन बैडमिंटन में कांस्य पदक के लिए मैच होता है। इसलिए पीवी सिंधु को मैच के लिए मुकाबला लड़ना होगा।
विजेंद्र व मैरी भी इसी तरह जीते थे पदक
बॉक्सिंग के इसी नियम के आधार पर बीजिंग ओलंपिक में बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने कांस्य पदक जीता था। लंदन ओलंपिक में मैरी कॉम को भी इसी आधार पर पदक मिला था।
जिसका फैसला आने वाले मुकाबलों में होगा। लवलीना ने क्वाटर फाइनल में चायनीज ताइपे की निएन चेन को हराया। तीनों राउंड लवलीना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को टिकने नहीं दिया। लवलीना के नाम कई रिकॉर्ड हैं, वह 2018 और 2019 में वर्ड बॉक्सिंग में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने उम्मीदें जिंदा रखीं
भारतीय महिला हॉकी टीम ने आयरलैंड को 1-0 से हराकर क्वाटर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखी हैं। पहले तीन मैच में करारी हार के बाद आखिरी मिनटों में नवनीत कौर के गोल की मदद से यह जीत मिली। नवनीत ने मैच का एक मात्र गोल खेल के 57वें मिनट में किया। इससे पहले भारत को मिले 14 पैनल्टी कार्नर बेकार गए।
दीपका का तीरंदाजी में पदक का सपना टूटा
दुनिया के नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी का ओलंपिक पदक जीतने का सपना लगातार तीसरी बार टूट गया। क्वाटर फाइनल में कोरियो की शीर्ष वरीयता प्राप्त अन सांग से हार गईं। दीपिका ने चार बार सात का स्कोर किया, जबकि रैंकिंग दौर में ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर रही अन ने छह मिनट के भीतर 6-0 से जीत हासिल कर ली।