आगरालीक्स …(Agra News 12th September)आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल में आक्सीजन मॉकड्रिल मामले में आईएमए की जांच कमेटी ने 50 पेज की रिपोर्ट तैयार की, रिपोर्ट पर जांच कमेटी के सदस्यों के हस्ताक्षर होने हैं। इसके बाद टीम अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
आगरा में कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल और मई में हास्पिटल में बेड और आक्सीजन के लिए हाहाकार मचा। जून में केस कम हो गए, इसी बीच सात जून को एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में श्री पारस हॉस्पिटल भगवान टॉकीज के संचालक डॉ अरिंजय जैन अपने चैंबर में कुछ लोगों के सामने 26 अप्रैल की सुबह पांच मिनट के लिए आक्सीजन बंद कर मॉकड्रिल करने और 22 मरीजों के छंट जाने, शरीर नीले पडने की बात कहते दिखाई दे रहे थे। इस वीडियो के वायरल होने के बाद श्री पारस हास्पिटल को सील कर दिया गया और लाइसेंस निलंबित कर दिया।
आईएमए की जांच कमेटी ने रिपोर्ट की तैयार
इस मामले की जांच के लिए आईएमए ने पांच सदस्यीय कमेटी गठित की, लेकिन कमेटी के सदस्य आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ डीवी शर्मा एक भी बैठक में शामिल नहीं हुए, डॉ शरद गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया। 11 जून को कमेटी गठित की गई थी, दो सदस्यों के हट जाने के बाद चेयरमैन डॉ सुधीर धाकरे, डॉ मुनीश्वर गुप्ता और डॉ संजय चतुर्वेदी ने जांच की। श्री पारस हॉस्पिटल में 26 अप्रैल को भर्ती मरीज और जिन मरीजों की मौत हुई उनका रिकॉर्ड चेक किया, उनके परिजनों से बात की। इसके आधार पर टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है, टीम के सदस्यों के हस्ताक्षर होने के बाद रिपोर्ट जारी की जाएगी। इससे पहले एडीएम सिटी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई थी। एसएन के डॉक्टरों की टीम ने डेथ आडिट किया था, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में आक्सीजन बंद करने और इससे मरीजों की मौत होने से इन्कार करते हुए रिपोर्ट दी थी और हॉस्पिटल प्रशासन को आक्सीजन की कमी बताकर मरीजों को डिस्चार्ज करने का दोषी माना था।