आगरालीक्स…श्री गणेश चतुर्दशी 31 अगस्त बुधवार को है। श्री गणेश स्थापना के चौघड़िया एवं राशि के अनुसार मुहूर्त, पूजा विधि, सामग्री समेत विविध जानकारियां।
श्री गणेश आराधना से विघ्न होते है दूर
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श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरू रत्न भण्डार के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा बताते हैं विघ्नों के हरने वाले देवता प्रथम पूज्य पार्वतीपुत्र, शिव पुत्र, गजानन श्री गणेश की आराधना जो भक्त करता है, उसको आने वाले विघ्नों से हमेशा हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से भाद्रपद चतुर्दशी तक (दस दिन)अर्थात गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक गणेशजी की विशेष पूजा-आराधना की जाती है।
गणेशजी की स्थापना के मंगल मुहूर्त
🔥 विश्व प्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त अनुसार
💥लाभ का चौघड़िया- सुबह 06.02 से 07.35तक
💥अमृत का चौघड़िया-सुबह 7:35से 09.10 तक
💥शुभ का चौघड़िया-सुबह 10.35से दोपहर 12:10 तक
💥 उद्देग का चौघड़िया मुहूर्त दोपहर01.45 से दोपहर 3:15 तक
💥चर का चौघड़िया मुहूर्त दोपहर 3:15 से शाम को 4:50 तक
💥 लाभ का चौघड़िया मुहूर्त शाम को 4:50 से सांय6:10 तक
🏵 लग्नानुसार गणेश स्थापना मुहूर्त
🌻सिंह लग्न- प्रात: 5.15 से 7:34 तक
🌻कन्या लग्न- सुबह 7.34 से 9:49तक
🌻तुला लग्न सुबह9:49से दोपहर 12:07तक
🌻 वृश्चिक लग्न दोपहर 12:07बजे से 2:24तक
🌻 धनु लग्न दोपहर 2:24 बजे से 4:27
🌻मकर लग्न- सांय 4:27 से 6:12 तक
🍁विशेष- अभिजीत योग दोपहर 12.01 से 12.55 तक
♦ पूजा की सामग्री
🌲गणेश जी की पूजा करने के लिए चौकी या पाटा, जल कलश, लाल कपड़ा, पंचामृत, रोली, मोली, लाल चन्दन, जनेऊ गंगाजल, सिन्दूर चांदी का वर्क लाल फूल या माला इत्र मोदक या लडडू धानी सुपारी लौंग, इलायची नारियल फल दूर्वा, दूब पंचमेवा घी का दीपक धूप, अगरबत्ती और कपूर की आवश्यकता होती है वेसे आप अपनी सुविधानुसार भी पूजा कर सकते है
♦पूजा की विधि
🌲भगवान गणेश की पूजा करने लिए सबसे पहले सुबह नहा धोकर शुद्ध लाल रंग के कपड़े पहने क्योकि गणेश जी को लाल रंग प्रिय है पूजा करते समय आपका मुंह पूर्व दिशा में या उत्तर दिशा में होना चाहिए सबसे पहले गणेश जी को पंचामृत से स्नान कराएं। उसके बाद गंगा जल से स्नान कराएं। गणेश जी को चौकी पर लाल कपड़े पर बिठाएं। ऋद्धि-सिद्धि के रूप में दो सुपारी रखें। गणेश जी को सिन्दूर लगाकर चांदी का वर्क लगाएं या कपडे भी पहना सकते हे लाल चन्दन का टीका लगाएं अक्षत (चावल) लगाएं। मौली और जनेऊ अर्पित करें। लाल रंग के पुष्प या माला आदि अर्पित करें इत्र अर्पित करें दूर्वा(धास) अर्पित करें। नारियल चढ़ाएं पंचमेवा चढ़ाएं 5 तरह के फल अर्पित करें मोदक और लडडू आदि का भोग लगाएं। लौंग इलायची अर्पित करें। दीपक धूप आदि जलाएं इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं। गणेश जी की प्रतिमा के सामने यह मंत्र पढ़ें
🍁ॐ श्री गणेशाय नमः
🍁ऊँ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभः
🍁निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा
♦ प्रभु श्री गणेश जी की आरती कपूर जलाकर करें