Shri Ram Katha ends with the establishment of Ram Rajya in Agra…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में रामराज्य की स्थापना और भगवान राम के राज्याभिषेक के साथ हुआ श्रीराम कथा का समापन. स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा— आगरा को छोड़ कर जाने में मैं भावुक हो रहा हूं। ऐसा लग रहा है जैसे पिता अपने बच्चों को छोड़ कर जा रहा है।
जय श्री राम सेवा समिति की ओर से आयोजित हो रही श्रीराम कथा के समापन पर राम के राज्याभिषेक की कथा का श्रवण नौवें दिन चित्रकूट धाम कोठी मीना बाजार पर हुआ। धर्म चक्रवर्ती तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि आगरा में ठाकुर श्याम बिहारी जी मंदिर के लिए भूमि क्रय करने के बाद में भूमि पूजन करने आगरा आऊंगा और श्रीमद् भागवत कथा भी सुनाऊंगा। श्री राम और श्रीकृष्ण में कोई अंतर नहीं है। एक मर्यादा पुरुषोत्तम हैं एक लीला में है। उन्होंने कहा कि साधु बनने को भगवान को भी लालच आता है। यहां एक तो साधु घरवाली मारती है तब बनता है दूसरा जब उसकी बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है तब यह साधु बन जाता है। हम लोग तो बाल कालीन साधु हैं। भारत को विकसित बनाना है तो रामकथा की शरण में जाना पड़ेगा। संत जीवात्मा को भगवान का स्मरण कराती है। भूतों का चिंतन करने से विवेक आता है।
स्वामी जी ने कहा कि जितनी बार जन्म देना है उतनी बार देना पर आंख मत देना। सारे पापों का मुख्य आंख ही है। संत के पास अभिमान नहीं होता। राम जी ने हनुमान जी से पूछा लंका कैसे जलाई तब हनुमान जी ने कहा लंका आपने जलाई। श्रद्धालुओं से कहा कि मंगल चाहिए तो सुंदरकांड का पाठ करो और व्रत ले लो चकाचक। राम नाम का विश्वास हो जाए तो सारे सागर पार हो जाते हैं।
ऐसे ली विदा
पद्म विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि आगरा को छोड़ कर जाने में मैं भावुक हो रहा हूं। ऐसा लग रहा है जैसे पिता अपने बच्चों को छोड़ कर जा रहा है। फिर उन्होंने ‘रहेगा ना चंदा ना तारे रहेंगे परंतु आगरा वालो हम तुम्हारे रहेंगे।’ पंक्तियों के साथ आगरा में अपनी वाणी को विराम दिया।
फ्लैस लाइट पर हुई आरती
श्रीराम कथा के समापन की आरती मोबाइल की फ्लैस लाइट जला कर की गई। मोबाइल की लाइट से पूरा पंडाल का मनोरम दृश्य सबको आकर्षित कर रहा था।
मंच से उठी भारत रत्न देने की मांग
उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के सामने सांसद कठेरिया ने रामभद्राचार्य महाराज को भारत रत्न देने की मांग उठाई तो श्रद्धालुओं ने भी एक सुर में उनकी आवाज प्रखर की।
मंच पर भावुक हो गए सांसद कठेरिया
मंच से आभार व्यक्त करते हुए जब सांसद कठेरिया तब भावुक हो गए जब महाराज जी को विदाई का समय आया। उनका गला भर आया और इस दौरान श्रद्धालु भी उन्हे विदाई देते समय अपने को भावुक होने से रोक न सके।
दृष्टिहीन बालक ने भेंट की अपनी सभी गुल्लक
पश्चिमपुरी निवासी अरविंद सिंह के दृष्टिहीन बालक विठ्ठल सिंह इंदौलिया ने प्रेमनिधि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए अपनी दस गुल्लक मंदिर के लिए स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज को भेट कर दी। उन्होंने वो सभी गुल्लक डा. मृदुला कठेरिया को सौंप दी।
आज होगा विश्व शांति यज्ञ
बुधवार को कथा स्थल पर प्रातः 9 बजे से विश्व शांति के लिए हवन व यज्ञ का आयोजन होगा। उसके उपरांत प्रातः 10 बजे से भोजन प्रसादी का आयोजन किया जाएगा।
ये रहे यजमान
मुख्य यजमान धनकुमार जैन, शालिनी जैन रही। वही दैनिक यजमान गोपाल बंसल, विशाल मित्तल, प्रवीन बंसल, टीकम सिंह तोमर, सुरेंद्र सिंह त्यागी, मोहित शिवहरे, पप्पू चौहान, प्रशांत मित्तल, राहुल गोयल, संजीव अग्रवाल और आशीष अग्रवाल रहे।
ये रहे मौजूद
आयोजक प्रो. रामशंकर कठेरिया, डा. मृदुला कठेरिया, मीडिया प्रभारी विमल कुमार, अजय गर्ग, गौरव बंसल, केशव अग्रवाल, हरी नारायण चतुर्वेदी, सुशीला चौहान, सुरेंद्र चौधरी, राकेश अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, ममता शर्मा, निधि बंसल, रजनी अग्रवाल, रेखा अग्रवाल आदि मौजूद रहे।