आगरालीक्स… आगरा में सेंट पीटर्स के छात्र बिटटू अपहरण कांड में नार्को टेस्ट के दौरान भाईयों में झगडा हो गया, पुलिस ने उन्हें दूर किया, नार्को टेस्ट में बिटटू के चाचा पंकज अग्रवाल और चाची इंद्रा अग्रवाल से विशेषज्ञों ने सवाल पूछे और अपहरणकांड की गुत्थी सुलझाने के प्रयास किए। नार्को टेस्ट करने वाली टीम ने अपनी रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है।
कमला नगर के कर्मयोगी एन्क्लेव निवासी इंटीरियर डेकोरेटर संजय अग्रवाल के इकलौते बेटे अभिषेक उर्फ बिट्टू का 5 जनवरी 2016 का अपहरण कर लिया गया था। कोचिंग से लौटते समय उसका अपहरण हुआ था। दूसरे दिन पुलिस को उसकी साइकिल हाईवे के पास स्थित एक गेस्ट हाउस के सामने खड़ी मिली थी। कुछ दिन तक तलाश के बाद पुलिस शांत बैठ गई। इसके बाद इकलौते बेटे के लिए मां-बाप ने सब कुछ छोड़कर उसकी तलाश की। इसके बाद भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
सगे चाचा और चाची से डेढ घंटे पूछे सवाल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में चाचा पंकज और चाची इंद्रा का नार्को टेस्ट हुआ। लैब में संजय अग्रवाल और पंकज अग्रवाल आमने सामने आए तो झगडा हो गया, पुलिस को भी बुलाना पडा, इसके बाद ही मामला शांत हो सका। वहीं, नार्को टेस्ट के दौरान पंकज अग्रवाल और इंद्रा अग्रवाल से सवाल पूछे गए, सवाल पुलिस और बिटटू के परिजनों द्वारा तैयार कराए गए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूछे गए सवाल
जिस समय बिटटू का अपहरण हुआ तुम कहां और किसके साथ थे
बिटटू की साइकिल दो दिन बाद श्री जी गेस्ट हाउस के सामने तुमने किसकी मदद से वहां रखी थी
तुमने बिटटू को अपहरण के बाद कहां रखा
बिटटू जिंदा है तो तुमने उसे कहां रखा है
तुमने अपने भाई से बदलाव लेने का जिक्र पत्नी इंद्रा से क्यों किया
अपने भाई संजय
अग्रवाल से तुम्हारी रंजिश किस वजह से है
तुम कितने बदमाशों को जानते हो जिन्होंने कभी किसी का अपहरण किया है
अपहरण से पहले तांत्रिक क्रिया के लिए तुम संजय के घर किसी को लेकर क्यों गए थे
भाई पर जताया शक
संजय अग्रवाल ने अपने भाई हॉस्पिटल संचालक पंकज अग्रवाल और उनकी पत्नी इंदूरानी अग्रवाल पर शक जताते हुए नार्को टेस्ट कराने की मांग की। पिछले दिनों विवेचना न्यू आगरा से हरीपर्वत थाने स्थानांतरित कर दी गई। पंकज और इंदूरानी ने गुरुवार को न्यायालय में उपस्थित होकर नार्को टेस्ट के लिए अपनी लिखित सहमति जताई। इसके बाद सीजेएम ने दोनों का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी। एसएसआइ हरीपर्वत अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अब हैदराबाद फोरेंसिक लैब से समय लेकर टेस्ट कराया जाएगा।
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