आगरालीक्स….(31 December 2021 Agra News) कपड़े पर जीएसटी बढ़ाने का फैसला यूं ही सरकार ने वापस नहीं लिया. इन एसोसिएशंस के प्रयास देखिए, क्या—क्या किया…जिसके बाद सरकार को झुकना पड़ा
सभी एसोसिएशन आई फैसले के खिलाफ
एक जनवरी से टैक्सटाइल पर जीएसटी 5 प्रतिशत से 12 प्रतिशत करने के अपने निर्णय पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है. लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के कारण सरकार को फिलहाल अपने इस फैसले को रोकना पड़ गया, लेकिन ये ऐसा बिल्कुल नहीं है कि किसी एक विरोध के कारण सरकार ने इस फैसले को वापस लिया है. दरअसल, कपड़े पर जीएसटी बढ़ाने के फैसले को वापस लेने के लिए सभी एसोसिएशन ने एक साथ आकर विरोध जताया.

हर तरह से किया विरोध
आगरा गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके नय्यर ने कहा कि आल इंडिया गारमेंट्स एसोसिएशन, रेडिमेड गारमेंट एसोसिएशन आदि से जुड़ी देशभर की समस्त एसोसिएशंस ने एक साथ मिलकर सरकार को कभी पोस्ट कार्ड भेजे, मेल—ट्वीट कर समझाया. एक साथ सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन किया, तब जाकर सरकार को अपने इस फैसले को वापस लेना पड़ा है. आखिरकार सरकार ने इन दरों की बढ़ोतरी न करने से देश के व्यापारियों ने राहत महसूस की है.
कोरोना ने पहले ही तोड़ रखी है कमर
आरके नय्यर का कहना है कि करोना के चलते पहले ही व्यापारियों की कमर टूटी हुई है. ऊपर से जीएसटी की दरों की बढ़ोतरी से व्यापारियों और आम जनता का भी बुरा हाल होना था. महंगाई और भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलना था. उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरों को ना बढ़ाने से एक तो सरकार की लोकप्रियता भी बनी रही,दूसरा व्यापारियों को असुविधा का सामना भी नही करना पड़ा. इसके लिए देश और प्रदेश के सभी व्यापारियों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने प्रधानमंत्री को पोस्ट कार्ड लिख कर और शाम को अपनी अपनी लाइटें बंद करके विरोध किया था.