आगरालीक्स…ताजमहल में आपको सबसे ज्यादा क्या अच्छा लगता है. आपने कितनी बार देखी है यह विश्वदाय इमारत…ताज की कुछ खास बातें यहां जानें
ताजमहल देखने के लिए देश दुनिया से हजारों पर्यटक आगरा आते हैं. कुछ लोग ताजमहल को मोहब्बत की निशानी कहते हैं तो कुछ लोग ताजमहल को मुगल वास्तुकला का सबसे उत्कृष्ट नमूना. ताजमहल विश्व के सात आश्चर्यों में शामिल हैं और इसे पसंद करने वालों की संख्या दुनिया में करोड़ों लोगों में है. देश दुनिया के हर प्रेमी जोड़े की चाहत होती है वो ताजमहल देखने जरूर जापए और इश्क की इस निशानी को निहारे और सफेद संगमरमर की इमारत की खूबसूरती को अपनी यादों में कैद कर लें. कुछ लोगों को ताजमहल के निर्माण की कहानी काफी उत्कृष्ट लगती है तो कुछ लोगों को इसकी खूबसूरत डिजाइन..

ताज की कुछ खास विशेषताएं और जानकारियां
ताजमहल के निर्माण में 22 साल लगे थे.
22 हजार से ज्यादा मजदूरों ने ताजमहल के निर्माण में काम किया था
एक हजार हाथियों के जरिए ताजमहल के निर्माण सामग्री को लाया गया था
ताजमहल के निर्माण में उस वक्त 3.2 करोड़ रुपये का खर्च आया था
ताजमहल के निर्माण में विभिन्न एशियाई देशों से बहुमूल्य पत्थरों को लाया गया था
28 तरह के रत्नों को श्रीलंका से लेकर चीन और भारत के विभिन्न राज्यों से लाया गया था
संगमरमर के सफेद पत्थर को राजस्थान से लाया गया था.
तिब्बत से नीला रत्न, श्रीलंका से पन्ना, पंजाब से जैस्पर और क्रिस्टल को चीन से मंगाया गया था.
ताजमहल की वास्तु शैली में फारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला का मिश्रण है
ताजमहल का निर्माण 1632 ई. में शुरू हुआ था और यह 1653 में गुम्बद बनकर तैयार हुआ