आगरालीक्स… मुनि प्रणम्य सागर महाराज ने प्रवचन सभा में कहा कि जयकार उनकी होती हैं, जिन्होंने आत्मा के विकार जीते हों।
मंगलाचरण के होते हैं कई रूप
एमडी जैन इंटर कॉलेज के शांतिसागर सभागार में गुरुवार को प्रवचन सभा हुई। इसमें अर्हम योग मुनि श्री 108 प्रणम्यसागर महाराज ने कहा कि मंगलाचरण के कई रूप होते हैं। एक नमस्कार रूपी मंगलाचरण होता है तो दूसरा आशीर्वाद रूपी मंगलाचरण, तीसरा जयकार रूपी। लेकिन जयकार उन्हीं की होती है, जिन्होंने आत्मा के विकार जीते हों। इस दौरान उन्होंने मार्मिक काव्य पाठ भी किया। इसके बाद ध्यान कैसे किया जाए, इसका भी अभ्यास कराया।
इन्होंने किया शुभारंभ
सभा का दीप जलाकर शुभारंभ जयपुर से आए आईएएस आरसी जैन, उनकी पत्नी ऊषा जैन और शिखरचन्द जैन ने किया। आगरा दिगंबर जैन परिषद के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद जैन, महामंत्री सुनील जैन, अर्थमंत्री राकेश जैन, प्रदीप जैन, जितेन्द्र जैन, सुनील सिंघई, अशोक जैन, पन्नालाल बैनाड़ा, हीरालाल बैनाडा, विमल जैन, मनीष जैन, गौरव जैन, अनन्त जैन, निर्मल मोठ्या, शुभम जैन, अंकेश जैन मौजूद रहे। संचालन मनोज कुमार जैन ने किया।