आगरालीक्स…इस महीने शनिदेव बदलने जा रहे हैं अपनी चाल. इन तीन राशियों को नौकरी और बिजनेस में मिल सकता है लाभ. आकस्मिक धन के भी बन रहे योग..
शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव व्यक्ति को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. नवग्रह में से शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है. इसके साथ ही शनि इकलौता ग्रह है जिसके पास साढ़े साती और ढैया का हक है. शनि करीब ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं. इसके साथ ही वह समय समय पर नक्षत्र परिवर्तन भी करते हैं. पंचांग के अनुसार कर्मफल दाता शनिदेव 18 अगस्त को रात 10 बजकर 3 मिनट पर पूर्व भद्रपद के प्रथम पद में प्रवेश कर जाएंगे और 3 अक्टूबर तक इसी पद में रहेंगे. इससे तीन राशियों पर शनिदेव की कृपा हो सकती है.
मिथुन — इस राशि के जातकों के लिए शनि का पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम पद में जाना लाभकारी सिद्ध हो सकता है. लंबे समय से रुके काम एक बार फिर से शुरू हो सकते हैं. जीवन में सकारात्म्क प्रभाव पड़ेगा. आप अपनी बौद्धिक क्षमता के कारण कई क्षेत्रों में सफलता हासिल हो सकती है. नौकरीपेशा लोगों को खूब लाभ मिलने वाला है. लंबे समय से चली आ रही पारिवारिक समस्याएं भी समाप्त हो सकती हैं.
कुंभ —इस राशि में शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण चल रहा है लेकिन शनिदेव देवगुरु के माध्यम से इस राशि के जातकों को शुभ फल मिलेगा. गुरु के नक्षत्र में जाने से इस राशि के जातकों को भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी. लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी निजात मिलेगी. गुरु के कारण धन लाभ होगा. इसके साथ ही धन का संचय करने में भी सक्षम होंगे. बेवजह खर्च समाप्त होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
तुला — शनि का पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम पद में जाने से इस राशि के जातकों को लाभ मिलेगा. करियर में लंबे समय से चली आ रही समस्याएं समाप्त होंगी. इसके साथ ही नई नौकरी के अवसर मिलेंगे. नौकरी के साथ साथ व्यापार या फिर अन्य साधन से धन की प्राप्ति होगी. रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है. कड़ी मेहनत का फल अब आपको मिलेगा. आपकी कई इच्छाए पूरी हो सकती हैं. दोस्तों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा. इसके माध्यम से आप धन भी अर्जित कर सकते हैं.