आगरालीक्स… आगरा में भाजपा प्रत्याशियों पर मुहर लगते ही असंतुष्ट विरोध कर रहे हैं, भाजपा को बडा नुकसान हो सकता है, राम शंकर कठेरिया का पुतला फूंका, जिन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिल सकी है वे दूसरे दल के साथ या निर्दलीय चुनाव लड सकते हैं।
पूर्व मेयर अंजुला सिंह को छावनी विधानसभा से दावेदार माना जा रहा था, वे भाजपा से सपा में गईं और सपा छोडकर भाजपा में शामिल हुई थी, इसके बाद से संगठन के लिए काम कर रही थी। मगर, इस सीट पर पिछला चुनाव हार चुके डॉ जीएस धर्मेश को प्रत्याशी घोषित किया है। इसके विरोध में अंजुला माहौर समर्थकों ने सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया का पुतला फूंका, समर्थकों का आरोप है कि रामशंकर कठेरिया ने अंजुला को टिकट नहीं मिलने दिया। यहीं नहीं भाजपा ने अपनी पार्टी की किसी महिला को टिकट से नहीं नवाजा। दोनों महिला प्रत्याशी सपा छोड़कर आई हैं। अंजुला का कहना है कि पार्टी का यह विशेषाधिकार है। पार्टी ने चुनाव लड़ाने की भूमिका दी है निभाएंगे।
राजकुमार कल करेंगे किसान सेना की बैठक
फतेहपुर सीकरी विधानसभा से टिकट मांग रहे राजकुमार चाहर ने टिकट मिलने पर कोई सीधी प्रतिक्रिया तो नहीं की है लेकिन उन्होंने किसान सेना, अपने समर्थकों और शुभचिंतकों की बैठक बुलाई है। उस बैठक में आगे की रणनीति तय होगी। खेरागढ़ से टिकट मांग रहे अमर सिंह परमार का कहना है कि भाजपा ने करीब 1.25 लाख क्षत्रिय और ब्राह्मणों को दरकिनार कर 14 हजार वैश्यों पर भरोसा जताया है। पार्टी के इस निर्णय से मन दुखी है। मैं पिछले पांच वर्ष से मेहनत कर रहा था।
पैराशूटर्स को प्रत्याशी बनाए जाने से आक्रोश
चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में हेमलता दिवाकर, पक्षालिका सिंह, छोटेलाल वर्मा, जितेंद्र वर्मा, अंजुला सिंह माहौर, अरिदमन सपा छोड़कर आए थे। ये सभी टिकट के दावेदार थे। भाजपा ने पैराशूटर्स पर भरोसा किया। आगरा ग्रामीण पर पार्टी के चेहरों को छोड़कर सपा से आईं हेमलता दिवाकर, बाह से पक्षालिका सिंह और फतेहाबाद से भी सपा छोड़कर आए जितेंद्र वर्मा को टिकट दिया है। इससे पार्टी में नाराजगी है।
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