13 patient out to 25 confirm Dengue DEN 2 strain in Agra #agranews
आगरालीक्स .(..Agra News 26th September)आगरा में डेंगू के मरीजों में डेन टू स्ट्रेन मिला है। यह ड्रेन घातक होता है, जाने डेंगू के डेन टू स्ट्रेन और उसका इलाज।
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. अंकुर गोयल द्वारा डेंगू के 25 मरीजों के सैंपल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में सीरो टाइपिंग के लिए भेजे गए, इसमें से 13 मरीजों में डेंगू का डेन टू स्ट्रेन मिला है।
डेन टू स्ट्रेन है घातक
एसएन की माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डेंगू के इंचार्ज डॉ. विकास कुमार ने बताया कि डेंगू एक वायरल संक्रमण है। डेंगू के चार सीरो टाइप होते हैं, इसमें डेन वन, डेन टू, डेन थ्री और डेन फोर। एसएन से 25 सैंपल भेजे गए थे, इसमें से 13 में डेन टू स्ट्रेन मिला है। ये सभी 13 मरीज आगरा के रहने वाले हैं। डेन टू स्ट्रेन अन्य स्ट्रेन से घातक होता है।
डेंगू हेमरैजिक फीवर की आशंका
डेन टू से संक्रमित होने पर डेंगू हेमरैजिक पफीवर की आशंका बढ़ जाती है। इसमें शरीर में ब्लीडिंग होने लगती है और मरीज की तबीयत बुखार आने के चौथे से छठवें दिन के बीच में बिगड़ जाती है। एसएन के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज यादव ने बताया कि डेन टू स्ट्रेन से संक्रमित होने में बच्चों में कैपेलरी लीकेज हो रही है। इससे प्लेटलेट काउंट कम और हीमोग्लोबिन बढ़ रहा है, यानी खून गाढ़ा हो रहा है, इस दौरान शरीर में पानी की कमी होने पर मल्टी आर्गन फेल्योर की आशंका बढ़ जाती है।
एसएन और जिला अस्पताल में फ्री इलाज की सुविधा
एसएन के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए एसएन में फ्री इलाज की व्यवस्था है। जांच से लेकर दवाएं फ्री दी जा रही हैं, इसके साथ ही जिला अस्पताल में भी डेंगू के मरीजों के लिए पफ्री इलाज की व्यवस्था की गई है।