आगरालीक्स …कैशलेस ट्रांजेक्शन पर हैकर्स की नजर है, आगरा में हैकर्स ने दो लोगों के पेटीएम वॉलेट से आॅनलाइन शॉपिंग कर ली। मामले की जांच साइबर सेल कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आगरा के शाहदरा निवासी अविनाश और आशुतोष यादव ने थाना एत्मादुद्दौला में तहरीर दी। दोनों का कहना था कि हैकर ने उनके पेटीएम के द्वारा ऑन लाइन शॉपिंग कर ली है। मोबाइल पर आए मैसेज से रुपये गायब होने की जानकारी हुई। अविनाश का कहना है कि उसके खाते से 10 हजार रुपये और आशुतोष ने अपने खात से 5300 रूपये गायब हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि जांच साइबर सेल को दे दी है।
शू एक्सपोर्टर के एकाउंट से उडाए 5 लाख
नोटबंदी के बाद साइबर हैकर्स के हमले तेज हो गए हैं। आगरा में शू एक्सपोर्टर और दो महिलाओं के एकाउंट से लाखों रुपये हैकर्स ने उडा दिए। शू एक्सपोर्टर से 5.36 लाख रुपये ट्राांसफर करा लिए, महिलाओं के एकाउंट से एक लाख की शॉपिंग कर ली।
यूवी ओवरसीज, सिकंदरा सब्जी मंडी के संचालक संजय डंग ने पुलिस को बताया कि गुजरात के व्यापारी राज विपुल भगत को उन्हें 5.36 लाख रुपये देने थे। इसके लिए राज विपुल ने सात सितंबर को आॅनलाइन ट्रांजेक्शन कर 5.36 लाख रुपये देने के लिए मेल भेजा। ट्रांजेक्शन करने से पहले संजय डंग के पास एक नया मेल आया। यह मेल राज विपुल की आईडी से ही था। उसमें नया खाता नंबर लिखा हुआ था। कहा गया कि पैसा इसमें ट्रांसफर कर दें। उन्होंने उस खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया। वह एकाउंट मुंबई में है। जब गुजरात के व्यापारी ने पैसा नहीं मिलने पर फोन किया तो उनके होश उड़ गए। जांच में पता चला कि वह साइबर क्राइम के शिकार हो गए हैं। पुलिस जांच कर रही है कि मुंबई के जिस एकाउंट में पैसा ट्रांसफर हुआ है वह किसके नाम है।
बैंक मैनेजर बनकर ले लिए एटीएम कार्ड की डिटेल और पिन नंबर कमला
कमला नगर निवासी इंदू त्रिपाठी और अनीता जैन के खाते से ऑन लाइन शॉपिंग हुई है। दोनों ने न्यू आगरा थाने में तहरीर दी है। आठ दिसंबर को इंदू के मोबाइल पर फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि वह बैंक मैनजर बोल रहा है। नोट बंदी के बाद एटीएम में भी कुछ बदलाव किया जा रहा है। एटीएम चालू रखने के लिए उन्हें उस पर लिखा 16 डिजिट का नंबर और पासवर्ड बताना होगा। इतना ही नहीं बैंक में खाता खोलने में जिसने गारंटी दी थी। उससे भी बात करानी होगी। इंदू त्रिपाठी ने पूछी गई जानकारी दे दी। गारंटर अनीता जैन से भी शातिर की बात करा दी। उनका नंबर भी दे दिया। शातिर ने उनसे भी इसी अंदाज में एटीएम की गोपनीय जानकारी पूंछ ली। दोनों के खाते से ऑन लाइन शॉपिंग कर ली गई। मोबाइल पर मैसेज आने पर होश उड़ गए। बैंक पहुंचकर अपना एटीएम ब्लाक कराया।
ये रखें सावधानी
-बैंक मैनेजर और कर्मचारी बनकर फोन करने वालों को अपने एटीएम पर लिखे 16 डिजिट और चार अंकों का पासवर्ड न बताएं।
-एटीएम स्वैप करें तो अपनी आंखों के सामने। किसी को कार्ड और चार अंकों का पासवर्ड नहीं बताएं।
– अपना पासवर्ड बदलते रहें।
– बैंक के टोल फ्री नंबर पर फोन कर अपने कार्ड को ब्लॉक करा दें, जिससे कार्ड से ज्यादा शॉपिंग ना हो सके।
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