आगरालीक्स… आगरा में घर से बाहर जाने वाल युवाओं से पूरा परिवार संक्रमित हो रहा है। बच्चे भी चपेट में आ रहे हैं, अनाथालय से दो साल के बच्चे को कोरोना पॉजिटिव होने पर एसएन में भर्ती कराया गया।
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आगरा में 19 दिन में कोरोना के 6149 मरीज मिल चुके हैं। इन मरीजों में 4076 पुरुष हैं, इनमें भी 20 से 45 की उम्र के युवा ज्यादा हैं। ये घर से बाहर आ जा रहे थे, इससे कोरोना संक्रमित हो गए। इनके संक्रमित होने से इनके परिजन भी कोरोना की चपेट में आ गए। कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या भी बढ़ने लगी है।
दो साल का बच्चा भी भर्ती
अनाथालय में दो साल के बच्चे में कोरोना की पुष्टि होने पर उसे एसएन के कोविड हास्पिटल में भर्ती किया गया है उसे गंभीर लक्षण नहीं है। एसएन के कोविड हॉस्पिटल में अब 16 मरीज भर्ती हैं, अभी तक 32 मरीज भर्ती हो चुके हैं।
कोरोना संक्रमितों पर निगरानी समिति रखेंगी नजर
निगरानी समिति के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए यह समितियां अपने क्षेत्र में बाहर से आने वालों पर नज़र रख रही हैं और इसकी सूचना मुख्यालय स्तर तक पहुंचा रही हैं। ऐसे लोग जो गैर जिलों से आए हैं या फिर जिनके स्वास्थ्य में पिछले कुछ दिनों से परिवर्तन दिख रहा है, उन सभी की प्राथमिकता के आधार पर जांच कराने का काम भी निगरानी समितियाँ कर रही हैं।
डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि यह समितियां क्षेत्र में कोरोना संक्रमित के घर तक दवाओं की किट को पहुंचाने और नियमित संक्रमित की सेहत की जानकारी जुटाने का काम भी कर रही हैं। इसके साथ ही ये समितियां लोगों को कोविड टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं। एक निगरानी समिति में पंचायत अध्यक्ष, ग्राम सभा के सचिव, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, राशन डीलर, लेखपाल, रोजगार सेवक, स्वच्छाग्राही, युवक मंगल दल के सदस्य और चौकीदार शामिल हैं।
निगरानी समिति के कार्य
-घर-घर सर्वे कराना
— तापमान मापना
-क्वारंटीन कराना
–कंटेनमेंट जोन बनाना
-कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कराना
–बाहर से आए लोगों की सूचना विभाग को देना
- कोविड जांच और कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करना