आगरालीक्स .(..Agra News 18th February 2022).आगरा में व्यापारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या, पहली कक्षा में पढ़ रहा था बेटा, 35 लाख की मांगी थी फिरौती। हत्या के बाद शव दफनाया।
आगरा के इरादत नगर हज्जूपुरा में किराना व्यापारी गब्बर सिंह का नौ साल का बेटा कुलदीप कक्षा एक में पढ़ता था। वह 23 जनवरी को घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहा था। दोपहर में वह ट्यूशन पढ़ने जाता था, परिजनों को कुलदीप दिलखाई नहीं दिया तो उसकी तलाश की लेकिन कुलदीप का कोई पता नहीं चला। कुलदीप के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराने के बाद परिजनों के साथ् ही पुलिस भी तलाश में जुटी हुई थी लेकिन कुलदीप का कोई पता नहीं चला।कुलदीप का कोई पता नहीं चला।

35 लाख की मांगी फिरौती, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया
23 जनवरी से कुलदीप के गायब होने के बाद परिजनों ने कई तरह से पुलिस और जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाया कि उनके बेटे की तलाश की जाए। मतदान करने से भी इनकार कर दिया लेकिन जनप्रतिनिधियों ने समझा बुझाकर शांत करा दिया। तीन दिन पहले कुलदीप के परिजनों पर 35 लाख की फिरौती देने के लिए फोन आया, इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई, पुलिस ने छानबीन शुरू की, परिजनों ने भी सुराग दिए। शक के आधार पर गांव के ही दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की।
इस तरह पकड़े गए हत्यारे
व्यापारी गब्बर के घर पर छह फरवरी को 35 लाख् की फिरौती के लिए पत्र आया, इसके बाद फोन आया। व्यापारी ने फोन करने वाले से कहा कि वह कैसे माने कि कुलदीप उसके पास है। इसके अगले दिन एक और पत्र आया, इसके साथ कुलदीप की कैप भी थी, जिससे भरोसा हो जाए कि कुलदीप उनके पास है और 35 लाख रुपये की फिरौती दे दें। व्यापारी के घर फिरौती के लिए दो पत्र आए लेकिन कोई बाहरी व्यक्ति पत्र लेकर आते जाते दिखाई नहीं दिया, इससे परिचित के शामिल होने का शक गहराता गया। व्यापारी के शक करने पर पुलिस ने पड़ोसी आशु को हिरासत में ले लिया, सख्ती से पूछताछ करने पर मामला खुल गया।
किडनैप करने के बाद 23 जनवरी को ही कर दी थी हत्या
पुलिस पूछताछ में आशु ने बताया कि वह पड़ोसी कन्हैया और गब्बर के रिश्तेदार मथुरा निवासी मुकेश के साथ मिलकर 23 जनवरी को कुलदीप को बातों में लगाकर अपने साथ जंगल में ले गया। कुलदीप की हत्या कर शव दफना दिया। इसके बाद व्यापारी के आस पास ही रहे, कुलदीप की तलाश के लिए भी व्यापारी के साथ में इधर उधर घूमते रहे। जिससे शक न हो।
रंजिश के चलते की हत्या
पुलिस जांच में सामने आया है कि व्यापारी गब्बर के घर पड़ोसी आशु ने चोरी कर ली थी, इसके बाद गांव में पंचायत हुई और आशु पर गांव से बाहर रहने का पंचायत में फैसला सुनाया गया। इसके बाद आशु अपनी बहन के घर खेरागढ़ चलरा गया, जनवरी में वह वापस अपने गांव आ गया लेकिन वह व्यापारी गब्बर से दुश्मनी मानने लगा था, इसके चलते कुलदीप की हत्या की, इनाम की घोषणा होने पर उसे लगा कि फिरौती मांगी जा सकती है। 35 लाख की फिरौती मांग ली।