आगरालीक्स…जो गलती करके न माने, उसे इंसान कहते हैं, जिससे कोई गलती न हो उसे भगवान कहते हैं. न को निर्मल करो और पवित्र करो, तभी जीवन में सुख आ सकता है
संत अरविंद जी महाराज ने कहा कि जो गलती नहीं करता है, उन्हें भगवान कहते हैं, वे संपूर्ण है। गलती तो केवल इंसान करता है। जिसे उसे निरंतर सुधारते रहना चाहिए। तभी उसके जीवन का कल्याण होगा। बल्केश्वर महादेव मंदिर परिसर में हो रही श्रीमद् भागवत सप्ताह के तृतीय दिवस संत अरविंद महाराज ने कहा कि-
कोई गलती न हो जिससे, उन्हें भगवान कहते हैं,
जो गलती करके न माने, उसे इंसान कहते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस दिन से हमें अपने पाप दिखने लग जाते हैं, हमें वह समझ में आने लगते हैं, उसी दिन से पुण्य का उदय होना शुरू हो जाता है। लेकिन हम हैं कि सौ बार पिट कर भी कहते हैं, हम साहसी हैं। अपने मन को निर्मल करो और पवित्र करो, तभी जीवन में सुख आ सकता है।
महाराज जी ने कहा कि नास्तिक को कथा में आना उसी प्रकार बेकार है, जिस प्रकार नकटी को स्वर्णकार के यहां नथ पहनाने ले जाना। कथा श्रवण में भावना भी जरूरी है, तभी उसका फल भी मिलता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति सुंदर हो, लेकिन उससे अधिक जरूरी है, उसका स्वभाव सुंदर होना। तभी उसके जीवन की सार्थकता है।