आगरालीक्स ….आगरा की एक बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनी में लगी भीषण आग का संभावित कारण आया सामने, दो बीघा जमीन में है फैक्ट्री, बड़ी संख्या में फैक्ट्री में काम कर रहे थे कर्मचारी वीडियो और पूरी खबर।
आगरा के शास्त्रीपुरम इंडस्ट्रियल एरिया में सेफकॉन लाइफसाइंसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की फैक्ट्री है, अशोक अग्रवाल और अंशुल अग्रवाल फैक्ट्री के डायरेक्टर हैं। फैक्ट्री में सामान्य दवाओं के साथ ही पशुओं की दवाएं बड़े स्तर पर बनती हैं, कंपनी की एक यूनिट उत्तराखंड में भी है। करीब दो बीघा में फैली कंपनी की एक यूनिट में दवा बनती है और दूसरी में पैकिंग होती है। जहां पैकिंग होती है वहां टीन शेड पड़ा हुआ है। चीफ फायर आफिसर देवेंद्र सिंह का मीडिया से कहना है कि फैक्ट्री में लंच के बाद कर्मचारी काम पर लौटे, जहां पैकिंग होती है वहां वैल्डिंग का काम चल रहा था। अचानक से आग लग गई, आग की लपटें तेज होती गई, आशंका है कि वैल्डिंग से उठी चिंगारी से आग लगी। आग का कारण और आग लगने से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
कई किलोमीटर दूर तक धुआं ही धुआं
फैक्ट्री में आग लगने पर कर्मचारियों ने काबू पाने के प्रयास किए लेकिन आग की लपटें तेज होती गई। हवा चलने के कारण टीन शेड की तरफ से लगी आग दवा फैक्ट्री की तरफ पहुंच गई। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में 1500 कर्मचारी काम करते हैं, आग लगने पर कर्मचारी बाहर निकल आए, कुछ ही देर में आग की लपटें और कई किलोमीटर दूर तक धुआं ही धुआं दिखाई देने लगा।
दमकल की कई गाड़ियों ने आग पर पाया काबू
आग की लपटें तेज होने के साथ ही काला धुआं उठने लगा, दमकल की गई गाड़ी मौके पर पहुंच गई लेकिन आग की लपटें तेज होने और हवा चलने के कारण आग पर काबू पाने में समय लगा।
पैकिंग के सामान के साथ केमिकल में भी लगी आग
स्थानीय लोगों का कहना है कि आग लगने के बाद तेज धमाकों की आवाज भी आई। संभवत यह आवाज फैक्ट्री में रखे केमिकल के ड्रमों में आग लगने के कारण आए हैं, गोदाम में रखी दवाएं और पैकिंग मैटेरियल जल कर स्वाह हो गया।