आगरालीक्स…पुलिस भर्ती परीक्षा से पहले यूपी एसटीएफ ने पकड़े दो मुन्नाभाई. परीक्षा में सेंध लगाकर पेपर लीक करने का प्रयास…
यूपी में 17 व 18 फरवरी को पुलिस आरक्षी प्रतियोगी परीक्षा है. पूरे प्रदेश में यह परीक्षा आयोजित की जा रही है. वहीं परीक्षा में सेंध लगाकर पेपर लीक करने का प्रयास करने वाला गिरोह भी सक्रिय हो गया है. हालांकि स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार किए हैं. दोनों बदमाशों को झांसी में अरेस्ट किया गया है. पुलिस ने इनके पास से स्कॉर्पियो कार, फाच्र्युनर कार, एडमिट कार्ड, तीन मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए हैं.
एसटीएफ फील्ड यूनिट नोएडा को 15 फरवरी को मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि जनपद शामली के ग्राम गढी रामपुर निवासी मोनू कुमार उक्त परीक्षा से सम्बन्धित पेपर लीक कराकर अपने गैंग के साथी के साथ परीक्षा में सम्मिलित अभ्यार्थियों से पैसा लेकर उनको पेपर पढवाने के लिए पुलिस लाईन्स, झांसी के सामने से होते हुए निकलने वाला है। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त एसटीएफ नोएडा की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए जनपद झांसी की क्राईम टीम को लेकर पुलिस लाइन के पास पहुँचकर चैकिंग के दौरान घेराबन्दी करके व्यवसायिक दक्षता का परिचय देते हुए उपरोक्त दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने पूछताछ पर बताया उसकी उम्र लगभग 30 साल है तथा वह बीए पास है। बताया कि वह वर्ष 2010 में इण्टर पास करके भारतीय नौ सेना में भर्ती हुआ था और उसने उड़ीसा चिलका में ट्रेनिंग की थी और ट्रेनिंग के दौरान छुटटी पर आया था और फिर वापस नौकरी पर नही गया था। बताया कि इसके बाद उसने वर्ष 2015 में बीए में प्रवेश लिया था और साथ ही मुखर्जी नगर में एसएससी की तैयारी कोचिंग में करने लगा था तथा कोचिंग के दौरान ही उसकी मुलाकात मोनू पंडित, जो परीक्षा में धांधली के कार्यों में संलिप्त था और जनपद मथुरा का रहने वाला है, से हो गयी थी। मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर भी मोनू पंडित के साथ मिलकर ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में स्क्रीन शेयरिंग के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराने में शामिल हो गया तथा मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने वर्ष 2022 में झांसी में ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाएं कराने हेतु एक लैब भी स्थापित कर ली थी और वहां होने वाली आयोजित परीक्षाओं में गैंग के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली करने लगा। मोनू
कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने बताया कि दो साल पहले जो टीईटी की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था, उसको मोनू पंडित ने ही इसे भेजा था। मोनू पंडित के माध्यम से मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर की मुलाकात जनपद मेरठ निवासी आशीष पालीवाल एवं अतुल पालीवाल से हो गयी थी, जो पेपर लींक करने वाले गैंग से सम्बन्धित थे। उत्तर प्रदेश पुलिस की परीक्षा में भी इस गैंग के द्वारा प्रत्येक कन्डीडेंट से पेपर आउट कराकर पेपर को पढ़वाने के लिए 8-10 लाख रूपया तय किया गया था। ज्ञात हुआ कि वर्ष 2023 में राहुल के माध्यम से मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर की मुलाकात रजनीश रंजन, जो बिहार का रहने वाला है, से हुई थी फिर मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने रजनीश रंजन के साथ मिलकर बिहार में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने का काम शुरू कर दिया था।
अभियुक्त मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने यह भी बताया कि वर्ष 2023 में राम मनोहर लोहिया अस्पताल की हुई परीक्षा, जो उसकी खुद की झांसी स्थित रघुनाथ प्रसाद तिवारी लैब में हुई थी, जिसमें रिमोट एक्सेस से पेपर कराया जाना था परन्तु इनका सर्वर डाउन हो जाने के कारण यह परीक्षा नही हो पाई थी। मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने यह भी बताया कि दो साल पहले हरियाणा में जो वेटनरी की प्रतियोगी परीक्षा हुई थी उसका पेपर मोनू पंडित लेकर उसके पास आया था, जो इन्होने अभ्यार्थियों को पढवाया था और इसकी एवज में इन्होने प्रत्येक अभ्यर्थी से 08 लाख रूपया लिया था, परन्तु यह परीक्षा बाद में निरस्त हो गयी थी । आज भी मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर एंव इस गैंग के द्वारा उपरोक्त परीक्षा का पेपर आउट कराने का भरपूर प्रयास किया जा रहा था परन्तु अपने मकसद में सफल नही हो पाये और पकड़े गये।