आगरालीक्स… आगरा में सरकारी और निजी जमीन कब्जाने वाले भूमाफिया में बडे बिल्डरों के नाम भी हैं, पुलिस ने 33 भूमाफियाओं के नाम जिला प्रशासन को सौंपे हैं, इन पर जिला प्रशासन को अंतिम फैसला लेना है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की भूमाफिया पर कार्रवाई की घोषणा के बाद डीजीपी ने एक महीने पहले पुलिस को सूची तैयार करने के आदेश दिए थे। इसके बाद से थानों के रिकार्ड खंगाले जा रहे थे। इनमें नजूल और निजी संपत्तियों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को देखा गया। पुलिस की सूची में कमला नगर, सिकंदरा और दयालबाग में कई प्रोजेक्ट करने वाले एक बिल्डर को भी रखा गया है। कमला नगर निवासी इस बिल्डर पर न्यू आगरा थाने में कई मुकदमे हैं। दर्जनों उपभोक्ता भी उनके प्रोजेक्ट्स में फंसे हुए हैं। इसके अलावा एक प्रमुख बिल्डर से अलग हुए पार्टनर का भी नाम है। वह शमसाबाद रोड, दयालबाग, सिकंदरा और नोएडा में प्रोजेक्ट कर चुके हैं। अब बाजार का करोड़ों का भुगतान भी नहीं कर पा रहे हैं।
सेना की जमीन पर कब्जा करने वाले भी शामिल
नौ नाम सेना की जमीन पर कब्जा करने वालों के हैं। इनके विरुद्ध सेना के अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज करा रखा है। जबकि कुछ नाम ऐसे हैं जिन्होंने फर्जी बैनामा कराकर लोगों की जमीन हड़प ली। पीड़ित की शिकायत पर प्रशासन ने जांच की, तो सच्चाई सामने आई। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। कुछ ने सहकारी आवासीय समिति बनाकर जमीनों पर कब्जा किया है।
सबसे ज्यादा भू माफिया
भू माफियाओं की सूची में सबसे ज्यादा नाम न्यू आगरा, सिकंदरा, हरीपर्वत और सदर थाना क्षेत्र से हैं। जबकि ताजगंज, शाहगंज, लोहामंडी के कुछ ही नाम हैं। सूची से नामों को हटाने के लिए दबाव बनाया गया, लेकिन शासन की सख्ती के चलते पुलिस किसी को बचा नहीं सकी है, यह लिस्ट आगरा के थानों में दर्ज हुए मुकदमे के आधार पर तैयार की गई है।
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