आगरालीक्स…प्रायोगिक भौतिकी किस प्रकार का विज्ञान है ? हिन्दुस्तान कॉलेज में एक बड़ी चर्चा हुई, आगरा—मथुरा के शिक्षकों ने नई शिक्षण विधि अपनाने और पाठों को इंटरेटिक्व बनाने पर जोर दिया
आगरा में हिन्दुस्तान काॅलेज में ‘प्रयोग के माध्यम से भौतिकी की खोज’ विषय पर एक अभूतपूर्व 4 दिवसीय कार्यशाला हुई। इसमें आगरा और मथुरा के 42 स्कूलों से 48 शिक्षक आए। नई शिक्षण विधि अपनाने और भौतिकी के पाठों को इंटरेटिक्व बनाने पर जोर दिया
गौरतलब है कि शारदा ग्रुप के प्रतिष्ठित संस्थान हिन्दुस्तान काॅलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलाॅजी में एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा (एपीएसए) के सहयोग से 21 से 24 दिसम्बर, 2024 तक रमन-आईएपीटी अन्वेषिका, आगरा के अन्तर्गत ‘प्रयोग के माध्यम से भौतिकी की खोज’ पर चार दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ प्रख्यात भौतिक विज्ञानी और ‘‘कंसेप्ट्स ऑफ फिजिक्स’’ के लेखक प्रो. एससी वर्मा, शारदा ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. वीके शर्मा, संस्थान के निदेशक डाॅ. आरएस पवित्र, डीन आर एण्ड डी प्रो. एमएस गौर एवं शारदा ग्रुप के उप-रजिस्ट्रार, कार्यक्रम
समन्वयक मनीष गुप्ता ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ किया।
कार्यशाला का आयोजन नेशनल अन्वेषिका नेटवर्क ऑफ इंडिया (एनएएनआई) के राष्ट्रीय समन्वयक और आईआईटी कानपुर के एक प्रतिष्ठित भौतिक विज्ञानी पद्म श्री प्रोफेसर एच. सी. वर्मा के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। प्रो. वीके शर्मा एवं डाॅ आरएस पवित्र ने बताया कि भौतिकी एक प्राकृतिक विज्ञान है जो पदार्थ ऊर्जा और उनके परस्पर क्रियाओं का अध्यन करती है।
यह हमार चारों ओर की दुनिया को समझने का एक तरीका है और बताया कि भौतिकी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। इसे समझने से हम तकनीकी विकास और वैज्ञानिक खोजों को बेहतर
तरीके से समझ सकते हैं। प्रो. एससी वर्मा ने अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि भौतिक विज्ञान की शुरूआत हमारे जन्म से हो जाती है। उन्होने न्यूटन के गुरूत्वाकर्षण के नियम को समझाया। उन्होंने बताया कि कक्षाओं में प्रयोगात्मक भौतिकी की परिवर्तनकारी शक्ति पर प्रकाश डाला, जिसमें बताया गया कि कैसे व्यावहारिक प्रयोग छात्रों के लिए सीखने को अधिक आकर्षक और सार्थक बना सकते हैं।
कार्यशाला के पहले दिन आगरा और मथुरा क्षेत्रों के 42 स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 48 शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। शिक्षकों के इस विविध समूह ने भौतिकी में छात्रों की सहभागिता को बेहतर बनाने के लिए नवीन शिक्षण विधियों को अपनाने का एक साझा लक्ष्य साझा किया।
प्रतिभागियों ने कम लागत, आसानी से कार्यान्वयन योग्य से लेकर जटिल अवधारणाओं के उन्नत प्रदर्शनों तक प्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला का पता लगाया। इन सत्रों ने शिक्षकों को भौतिकी पाठों को अधिक इंटरैक्टिव और प्रभावशाली बनाने के लिए कार्रवाई योग्य सुझाव प्रदान किए। सहयोगात्मक शिक्षण वातावरण ने विचारों के पारस्परिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया, जिससे कार्यशाला का समग्र मूल्य बढ़ गया।
इस कार्यषाला का उद्देश्य न केवल छात्रों को भौतिकी में उनकी रुचि को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि उनके भविष्य के करियर के लिए एक मजबूत नींव तैयार करने में भी मदद करेगा।
हिन्दुस्तान काॅलेज में इस आयोजन के माध्यम से क्षेत्र के छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने का अवसर मिलेगा एवं प्रतिदिन होने वाली गविविधियों से विज्ञान को सीखने की क्षमता उत्पन्न होगी। यह सत्र छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनकर उन्हें भविष्य के लिए प्रेरित करेगा।
शारदा ग्रुप के चेयरमैन पीके गुप्ता और वाईस चेयरमैन वाईके गुप्ता ने शुभकामनाएं प्रेषित की।